भाजपा छोड़ रालोसपा में शामिल हुए सुजीत कुमार,भाजपा के लॉक डाउन के दौरान मजदूरों,किसानों और मध्यमवर्गीय लोगो के प्रति असंवेदनशीलता बनी मुख्य वजह, बनाये गए रालोसपा बुद्धिजीवी परकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

: सुजीत कुमार

जनपथ न्यूज़ पटना :- पासी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुजीत कुमार ने कहा कि इस लॉक डाउन  में बीजेपी की मजदूरों किसानो मध्यमवर्गीय परिवार के प्रति  असंवेदनशील व्यवहार  को देखकर मैं बहुत ज्यादा दुखी हुआ। इसके बारे में हम बार-बार बताते रहे लेकिन भाजपा मजदूरों, किसानों एवं  मध्यमवर्गीय परिवारों के प्रति उनकी असंवेदनशील नीति कमी नहीं हुई।  इस बातों से मैं नाखुश होकर स्वेच्छा से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में बीजेपी छोड़  रालोसपा में शामिल हुआ।साथ ही अपने सभी कार्यकर्ता को इस पार्टी में आने के लिए आग्रह किया हूँ।

इस लॉकडाउन में देखा है कि उपेंद्र कुशवाहा जी लगातार मजदूरों, मध्यमवर्गीय एवं किसानों की दयनीय स्थिति को लेकर सरकार को अवगत कराते रहें। इस वैश्विक आपदा में सरकार को प्रवासी मजदूर, किसान, मध्यमवर्गीय परिवार के प्रति अपनी सहनशीलता दिखानी चाहिए उन्हें हर संभव मदद करना चाहिए लेकिन सरकार इन सारी बातों से अनभिज्ञ होकर बैठे हुए हैं।सभी प्रवासी मजदूर सरकार की असंवेदनशील नीति के कारण पैदल चलने को मजबूर हो रहे हैं। विवश होकर रेलवे ट्रैक,  ट्रैक पैदल चलने के लिए मजबूर हैं अपने गृह राज्य प्रवेश कर किसी प्रकार से अपने जीवन व्यतीत करना चाहते हैं लेकिन सत्तारूढ़ राजनीतिक पार्टी लोगों को सिर्फ  भरोसा दिलाते जा रहे हैं लेकिन स्थलीय रूप में उनके विकास के लिए कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं।सरकार के द्वारा प्रवासी मजदूरों को रहने के लिए गांव के विद्यालय को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है।

स्थलीय रूप में यह देखा जाता है कि कुछ जगह को छोड़कर सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर मजदूरों को रहने के लिए सही व्यवस्था नहीं की जा रही है। भोजन के रूप में  पौष्टिक भोजन नहीं मिलना, बिजली की समस्याएं समय-समय पर डॉक्टर नहीं आना  इन सबसे  परेशान होकर प्रवासी मजदूर क्वॉरेंटाइन छोड़ कर अपने घर को भाग रहे हैं। इतना होने के बावजूद यह सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। कहा कि मुझे विश्वास है कि उपेंद्र कुशवाहा जी के नेतृत्व में बढ़ रही उनके मन में मजदूरों किसानों एवं मध्यम वर्गीय परिवार के प्रति अपार स्नेह सही नेतृत्वकर्ता की पहचान है।

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