जनपथ न्यूज़  बेतिया. शहर के मिर्जाटोली छावनी स्थित ठाकुर सदन में तिहरे हत्याकांड में फांसी का सजायाफ्ता व रंगदारी मामले का आरोपी सोमवार को व्यवहार न्यायालय से फरार हो गया। फरार सजायाफ्ता प्रसेनजीत सिंह उर्फ पर्जित पूर्वी चंपारण जिले का निवासी है। वह करीब एक साल 20 दिनों से बेतिया मंडलकारा में बंद था। प्रसेनजीत के खिलाफ नगर के छावनी रोड स्थित ठाकुर सदन में तिहरे हत्याकांड के पीड़िताें को जान से मारने की धमकी देने एवं रंगदारी मामले में 2017 में केस दर्ज हुआ था। तत्कालीन एसपी विनय कुमार के निर्देश पर दारोगा विमलेंदू कुमार के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर प्रसेनजीत उर्फ पर्जित सिंह को मुंबई के अंधेरी से गिरफ्तार कर बेतिया लाया था।
न्यायालय परिसर की सुरक्षा की खुल गई पोल
एकबार न्यायालय परिसर की सुरक्षा की पोल फिर खुल गई है। इसके पहले अपराधियों ने तमाम सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए पेशी के दौरान न्यायालय में आए दो कुख्यातों की गोली मारकर हत्या कर दी है। 15 जून 2012 बबन राम को न्यायालय में पेशी के बाद हाजत में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि  11 मई 2017 को उत्तर बिहार के कुख्यात अपराधी सह आर्मी लिबरेशन फ्रंट के सरगना बबलू दूबे की हत्या गोली मारकर कर दी गई थी। उसे भी न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया था।
पुलिस ने बढ़ाई पीड़ित के घर की सुरक्षा 
ठाकुर सदन के तिहरे हत्याकांड में फांसी का सजायाफ्ता बक्सर जेल से फरार अपराधी प्रसेनजीत सिंह ने पीड़ित के परिजनों से 10 लाख रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर युवक को जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने पीड़ित की सुरक्षा बढ़ा दी थी।
2016 में जेल से हो गया था फरार
प्रसेनजीत ने नब्बे के दशक में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी थी। उसे फांसी की सजा हुई थी। 30 दिसंबर 2016 को वो बक्सर जेल से फरार हो गया था।

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