रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि पिछले सरकार के शासन में मुख्यमंत्री के हर दौरे पर दिये जानेवाले गार्ड अॉफ अॉनर की परंपरा को वह जल्द साप्त करेंगे, ताकि हमारे पुलिसकर्मी वीअाईपी रूढ़ीवादिता में समय जाया करने की जगह जनता की सेवा में लग सकें। बता दें कि मुख्यमंत्री दो जनवरी को पूरे परिवार के साथ शक्तिपीठ रजरप्पा मंदिर पहुंचे थे। यहां उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था। इस दौरान हेमंत सोरेन की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी जिसमें उन्होंने जींस के नीचे चप्पल पहनी हुई थी।
फोटो वायरल होने से बाद हेमंत सोरेन ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था…
फोटो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि रजरप्पा में चप्पल पहन कर गार्ड अॉफ अॉनर लिए जाने संबंधी तस्वीर को कुछ लोग मेरी सादगी से जोड़ रहे हैं, तो कुछ यह कह रहे हैं कि उन्होंने चप्पल पहन कर गार्ड अॉफ अॉनर लेकर परंपरा का पालन नहीं किया। जबकि सच्चाई यह है कि पुलिस के जवान भाई मेरे इंतजार में बारिश में काफी पहले से खड़े कर दिये गए थे। इसलिए वह जिस रूप में थे, उसी रूप में पहले उनका सम्मान कर उन्हें मुक्त करना अावश्यक समझा। हेमंत सोरेन के इस पोस्ट पर साढ़े छह हजार से ज्यादा कमेंट और तीन हजार से ज्यादा शेयर किया गया है।
हेमंत सोरेन के पोस्ट पर लोगों ने दिए रिएक्शन…
आरजे अरविंद प्रताप ने लिखा… सीएम साहब, जिसने शासन की पुरानी परम्पराओं को नहीं तोड़ा वह जन नेता हो ही नहीं सकता और आपकी तो विरासत ही संघर्ष की बुनियाद पर खड़ी है, वैसे अभी तो आपको बहुत सारी कुपरम्पराओं की बेड़ियां तोड़नी है। आपको सादगी मुबारक, हमारा आग्रह है कि आप केजरीवाल से भी ज़्यादा जन सुलभ सीएम बनिये, एक ऐसा सीएम जिससे मिलने वाला एक आम से खास आदमी भी कभी खाली नहीं जाये। यकीन मानिए जनता के जिन अपेक्षाओं के कंधों पर चढ़ कर सूबे के आप सरताज़ बने हैं, वह ताज़ सदैव कायम रहेगा। बहुत शुभकामनाएं… जय हिंद।
पुलिसकर्मी शेखर सिंह ने लिखा कि कल तक तो मैं भी यही बात सोच रहा था सर, कि आपने चप्पल में गार्ड ऑफ ऑनर क्यों लिया क्यूंकि मैं भी एक पुलिसकर्मी हूं, इसलिये ये बात मुझे पता थी…. पर आज आपकी बात, आपकी सादगी और पुलिस के प्रति आपकी सोच के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। वो दिन दूर नहीं सर जब आप झारखण्ड की गद्दी के साथ साथ जनता के दिलो पे भी राज करेंगे।
विनोद कुमार रवि ने लिखा कि बहुत सराहनीय कार्य है इसका सम्मान किया जाना चाहिए लोग अपनी पोशाक के चक्कर में सम्पति बर्बाद कर देते हैं। आप बिलकुल सही हैं। इतिहास में कई हुए हैं जिन्होंने पोशाक का ध्यान न रख कर जनहित के काम किए हैं, जिनको आज भी हम आदरणीय मानते हैं। आप सही हैं, लोगों की छड़िये लोगों का काम है कहना।
प्रदीप कुमार ने लिखा कि सीएम साहब, आपने किसी परंपरा को तोड़ा नहीं है बल्कि एक गौरवपूर्ण परंपरा बनाया है और झारखंड की जनता आपसे यही अपेक्षा रखती है। आने वाले समय में पूरा देश आपके जैसे नेतृत्व पर गर्व करेगा और आप भारत के नेतृत्व में एक उदाहरण के रूप में पेश किए जाएंगे।

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