जनपथ न्यूज़ पटना. नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन से नाराज चल रहे प्रशांत किशोर को राज्यसभा में जदयू के नेता आरसीपी सिंह ने अनुकंपा वाला नेता करार दिया है। शुक्रवार को पटना पहुंचे आरसीपी ने कहा कि कौन है यह अनुकंपा वाला नेता? कहां से आए हैं? ऐसा क्या काम किया है इसने संगठन के लिए? प्रशांत किशोर हो या उन जैसा कोई और भी नेता जिनको भी राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला स्वीकार नहीं है, वे अपना-अपना रास्ता नाप लें। पीके अभी पार्टी में किसी भी पद पर नहीं है। अभी तो सिर्फ राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ है, उसके बाद नई कमेटी बनी भी नहीं है। इसलिए अभी ना तो कोई उपाध्यक्ष है और ना ही महासचिव।
आरसीपी ने कहा कि पीके को पार्टी ने कितना सम्मान दिया। बदले में उन्होंने क्या किया? यह तो देखिए। वे पार्टी में कब आए हैं? उन्होंने संगठन के लिए कौन सा काम किया है? बिहार में संगठन के स्तर पर इतनी गतिविधि चल रही है। इसमें उन्होंने कौन सा योगदान किया। और देख लीजिए अभी वे कहां पर काम कर रहे हैं? ये अनुकंपा वाले लोग हैं। और ये समझ रहे हैं कि काम वालों के सामने खड़े हो जाएंगे। ट्वीट करने और लेख लिखने से कुछ नहीं होने वाला है। इन सब चीजों को कोई नोटिस नहीं लेता है।