जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: जितेन्द्र कुमार सिन्हा
Edited by: राकेश कुमार
18 दिसंबर 2022

उदयपुर: जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कान्फ्रेंस) द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन वीरों की नगरी एंव झीलों के नगरी उदयपुर(राजस्थान) में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि संगठन में 51% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। अब कायस्थ समाज किसी राजनैतिक संगठन का पिछलग्गू न होकर अपना वजूद, अपना झंडा और अपना स्वरूप तय कर चुका है।

उन्होंने कहा कि जीकेसी संगठन का रंग गुलाबी होने के पीछे उसका आशय है कि आपस में परस्पर प्रेम-भाईचारा संगठन में कायम रहे। अन्य संगठनों की तरह यह किसी भीड़ का हिस्सा नहीं, बल्कि उसकी अपनी एक अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरो की धरती है यहां से मुख्यमंत्री के रूप में माणिक के लाल वर्मा, शिवचरण माथुर ने अपना योगदान कर चुके है, ये सभी कायस्थ समाज की थे।

ग्लोबल अध्यक्ष ने कहा कि जिस संविधान में डा राजेंद्र प्रसाद, संपूर्णानंद, सहित समाज के बड़े नेताओं का योगदान रहा है। इसी विरासत को आज आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। कायस्थ समाज के लोगो को अपनी राजनैतिक भागीदारी करना जीकेसी का लक्ष्य है। चप्पे-चप्पे पर कायस्थों की भागीदारी और जिम्मेदारी होगी, इसके लिए कायस्थ नेताओं को तैयार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आगामी 24 सितंबर 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाला कार्यक्रम अपने में ऐतिहासिक होगा। कायस्थ समाज का आज सभी राजनैतिक दलों द्वारा उपेक्षा की जा रही है। उसी का परिणाम है कि आज आज सत्ता से बाहर है।
जीकेसी जो हमारे साथ है हम उसके साथ है, के तर्क पर कार्य करेगा, सभी चुनाव में अपना योगदान करे, राजनीति में भागीदारी होना जरूरी है।

उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में वरिष्ठ पत्रकार अकु श्रीवास्तव ने कायस्थ हितों की रक्षा के लिए एकजुट होने की अपील की।

प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि हमे अपनी बुद्धिमत्ता से आप सभी संगठन को दिन दूना रात चौगुना प्रगति की ओर अग्रसर करे।

उक्त अवसर पर ग्लोबल उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव, ग्लोबल महामंत्री अनुराग सक्सेना, सीएफओ निशिका रंजन, शुभ्रांशु श्रीवास्तव, दीप श्रेष्ठ, नवीन कुमार, संतोष श्रीवास्तव, जितेंद्र श्रीवास्तव, नम्रता आनंद, काजल श्रीवास्तव, नंदा कुमारी, नवीन कविता, पवन सक्सेना विवेक भटनागर, राजेश श्रीवास्तव, मितेश कार्ण, सुनील श्रीवास्तव, हीरालाल कर्ण, आदित्य नाग, नवीन श्रीवास्तव, सौरभ श्रीवास्तव, विपिन श्रीवास्तव सपना वर्मा रचना सक्सेना, सोमीका श्रीवास्तव, पवन सक्सेना, बलराम श्रीवास्तव, शिवानी गौड़, राजन सक्सेना, दिवाकर कुमार वर्मा, अनिल कुमार दास, अशोक दास, कविता वर्मा, अगम श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव, जितेंद्र श्रीवास्तव, राजीव सक्सेना, प्रदीप कुमार, डॉक्टर एसएन अस्थाना, राकेशअम्बष्ट, दीपांशु श्रीवास्तव कार्यक्रम में शामिल थे।

उक्त अवसर पर संगठन और प्रकोष्ठ की समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, ग्लोबल उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव, ग्लोबल महामंत्री अनुराग सक्सेना, सीएफओ निशिका रंजन ने महिला, कला, मानवाधिकार, चिकित्सा, मीडिया, युवा, प्रकोष्ठों के जिम्मेदार पदाधिकारी के संबध में गहन समीक्षा की।

अधिवेशन में जीकेसीयनों ने “दीप से दीप” जलाने का कार्यक्रम आयोजित किया। इस दीप को ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया, जिसे प्रत्येक जीकेसीयनों ने एक से एक दीप जलाने की श्रंखला बनाई।

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