जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
17 फरवरी 2023

भागलपुर/पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव गुरुवार को समाधान यात्रा में एक साथ पत्रकारों से मिले तो बातों-बातों में कांग्रेस को राहत देने वाली खुराक मिल गई। ऐसी खुराक जिसे लेकर कांग्रेस हतोत्साहित हो रही थी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस की हिस्सेदारी बढ़ाए जाने के सवाल पर गेंद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पाले में डाल दिया था और तेजस्वी ने मीडिया की जगह कांग्रेस को सामने आकर बात करने की सलाह दे डाली थी। गुरुवार को दोनों साथ थे तो मुख्यमंत्री बोलते-बोलते कुछ बोल गए। उन्होंने कहा कि- “कुछ ही जगह खाली है,बात करते हैं। काफी जगह खाली नहीं है। किसी को हटना पड़ा, तो वो है…एकाध और कोई वैकेंसी है। कम ही सीट खाली है।” यह ‘एकाध और कोई वैकेंसी’ कांग्रेस के लिए राहत की बड़ी घुट्टी है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि जितना इस बार मंत्री बने हैं, उतना तो शायद ही कभी रहा हो। उन्होंने कहा कि जब इच्छा होगी तब मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा।कोई खास बात नहीं है। हालांकि, इस सवाल पर तेजस्वी यादव से मांगने पर भी प्रतिक्रिया नहीं मिलना यह बता रहा है कि अंत में कांग्रेस को एक बार उनसे बात करनी ही पड़ेगी।

*तेजस्वी ने कांग्रेस की मांग को किया खारिज*

गौरतलब है कि कांग्रेस ने दो मंत्री पद की मांग कर दी है. कैबिनेट विस्तार को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम नीतीश से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 सीट की मांग को लेकर अपना पल्ला झाड़ते हुए तेजस्वी यादव से बात करने की सलाह दे ही। इसके बाद तेजस्वी यादव ने यह साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस के दो मंत्री पद की मांग को नहीं मानेंगे। पिता लालू प्रसाद से मिलकर पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने गुरूवार को कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो उसी समय यह तय कर लिया गया था कि कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस को एक मंत्री दिया जाएगा। इसकी बकायदा उस समय घोषणा की गई थी।

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