शिक्षक बहाली फर्जीवाड़े जाँच में 15444 शिक्षकों की निगरानी द्वारा तलाश जारी,

निगरानी जाँच में 15444 शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी,

निगरानी व्यूरो द्वारा 8 साल से चल रही है फोल्डर खोजने की जाँच

जनपथ न्यूज डेस्क
Edited by: राकेश कुमार
1 अक्टूबर 2023

पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने निगरानी विभाग औऱ शिक्षा विभाग के नियोजित शिक्षकों के आंकड़े में भारी अंतर पर आश्चर्य प्रगट करते हुए कहा है कि यह चिंताजनक और नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति में हुए फर्जीवाड़े का नमूना है। श्री सिन्हा ने मीडिया रिपोर्ट के हवाले कहा कि शिक्षक बहाली फर्जीवाड़े की जांच 8 साल से चल रहा है।निगरानी जाँच में फोल्डर नहीं मिलने वाले शिक्षकों की संख्या73091 पाई गई जबकि शिक्षा विभाग द्वारा यह संख्या57647 वताई जा रही है।इस अंतर के कारण शिक्षकों की बास्तविक संख्या का पता नहीं चल रहा है।

श्री सिन्हा ने कहा कि बड़े भाई औऱ छोटे भाई के द्वारा ही पिछले33 वर्षों से शिक्षा विभाग को चलाया जा रहा है।इनके नेतृत्व में ही शिक्षा विभाग में अराजकता औऱ वदहाली की स्थिति बनी है।इन्होंने मिलकर बिहार की बुनियादी शिक्षा औऱ अबसंरचना को ध्वस्त कर दिया।

श्री सिन्हा ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में वर्ष 2006 से 2015 तक के नियोजित प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक और पुस्तकालय अध्यक्ष के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक अंक पत्रों औऱ प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है।आगामी 6 अक्टूबर को पुनः उच्च न्यायालय में सुनवाई निर्धारित है। श्री सिन्हा ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार निगरानी जांच में 15444 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं।निगरानी जांच व्यूरो इन्हें खोज रही है लेकिन ये नहीं मिल रहे हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि इस विरोधाभास के कारण दो दिनों में जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है।अप्राप्त फ़ोल्डरों सहित अन्य सूचनाओं की माँग की गई है।निगरानी व्यूरो ने शिक्षक बहाली जांच में जिन अनियमितताओं को पकड़ा है उसमें विभागीय अधिकारियों और अभ्यर्थियों के बीच संलिप्तता की भी चर्चा है।निगरानी इस जांच को अंतिम रूप से पूरा कर इसके फलाफल से राज्य की जनता को भी अवगत कराए।साथ ही फर्जीवाड़े में शामिल अधिकारियों को भी दंडित करें।

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