*अमित शाह से मिलेंगे जीतनराम मांझी, बदलेगा सियासी समीकरण?*
जनपथ न्यूज़ डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
13 अप्रैल 2023
सात महीने पहले देश भर में विपक्षी एकता बनाने का एलान करने वाले नीतीश कुमार की लंबे अर्से बाद बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में राहुल गांधी से आखिरकार मुलाकात हो गई। लेकिन उनके घर में ही अब सेंध लगती हुई नजर आ रही है। बिहार के महागठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी गुरूवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जा रहे हैं।
बुधवार को जीतन राम मांझी की पार्टी की ओर से ये जानकारी दी गई है कि गुरूवार को पूर्व मुख्यमंत्री मांझी दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करेंगे। हालांकि मुलाकात का कारण कुछ और बताया जा रहा है। मांझी की पार्टी की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार जीतन राम मांझी बिहार के महापुरूषों को भारत रत्न दिलाने की मांग करने के लिए अमित शाह से मिलने जा रहे हैं। उनसे मिलकर वे उन्हें ज्ञापन देकर मांग करेंगे कि दशरथ मांझी, कर्पूरी ठाकुर और श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न देकर सम्मानित किया जाये।
*बिहार में होगा खेला..?*: सियासी हलके में सवाल ये उठ रहा है कि अचानक से जीतन राम मांझी को अमित शाह से मिलकर ज्ञापन देने की कैसे और क्यों सूझी। पहले से ही इसकी चर्चा होती रही है कि जीतन राम मांझी बीजेपी के संपर्क में है। खुद नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर ये कहा था कि भाजपा जीतन राम मांझी पर डोरे डाल रही है। अब जब मांझी अमित शाह से मिलने जा रहे हैं तो इन चर्चाओं को बल मिल रहा है। सवाल ये उठ रहा है कि मांझी की अमित शाह से मुलाकात में सिर्फ भारत रत्न देने की मांग होगी या फिर नया सियासी समीकरण बनाने की राह खुलेगी।
बहरहाल राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश और तेजस्वी भले ही देश भर में विपक्षी एकता की बात कर लें, बिहार में अपने ही गठबंधन की गुत्थी सुलझाना उनके लिये मुश्किल होगी। बिहार में सात पार्टियों का गठबंधन है। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन के हर पार्टी की अपनी अलग डिमांड है। नीतीश-तेजस्वी के लिए गठबंधन की हर पार्टी को मैनेज कर पाना बेहद मुश्किल होगा।