जनपथ न्यूज़ :- कहलगांव (भागलपुर). पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है। लालू को साजिश के तहत जेल में रखा गया है। गरीबों की सरकार बनेगी ताे लालू प्रसाद जेल से बाहर निकलेंगे। 2014 के चुनाव में रोजगार व गरीबों के खाते में 15 लाख देने के वादों को माेदी सरकार ने पूरा नहीं किया।
मांझी ने कहा कि अगर संविधान व आरक्षण को बचाना है तो केंद्र और राज्य सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। मोदी व नीतीश सरकार सामंतवादी सरकार है। उसने गरीबाें काे छला है। दलिताें काे बसने के लिए जमीन नहीं मिल रही है। नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे सीएम बनाकर उन्हाेंने अपने जीवन की बड़ी भूल की। उनको महंगा पड़ने लगा इसलिए मुझे हटा दिया।
उन्होंने कहा कि अगर अभी तक हम सीएम होते तो दलितों की स्थिति बदल देते। नीतीश कुमार मुसहर जाति का समझकर मुख्यमंत्री रहते हुए मुझे बार-बार अपमानित करने का काम करते थे। हमलोगों को जीतने के बाद तीन काम करना है। माेदी सरकार काे हटाएंगे। लालू को जेल से निकालेंगे। उसके तुरंत बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
वाेट की ताकत से ही सम्मान
वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि नीतीश कुमार ने हमपर लाठियां चलवाईं। केंद्र सरकार ने तीन साल तक झूठ बोलकर उन्हें छला। जब समय वादा निभाने का आया तो दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया। लेकिन अब समय आ गया है। उन्हाेंने कहा कि वोट की ताकत दिखाने से ही हमें सम्मान मिलेगा। साहनी ने कहा कि 2014 से निषाद जाति को बिहार में एक करके उनके लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं। 21 जाति को मिलाकर एक निषाद जाति बनाई है। पिछड़ा जाति का बेटा हूं, पिछड़ा का सेवा करूंगा।