जनपथ न्यूज़:- कल गुरुवार 30 मई को नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच नई सरकार के मंत्रिपरिषद में जगह पाने के लिए कोशिशें तेज हो गई हैं. वही आज शाम 5 बजे दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर जेडीयू की बैठक होगी. जदयू संसदीय दल की इस बैठक में मुख्यमंत्री सह पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. शाम पांच बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामराज रोड स्थित आवास पर आयोजित राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में बिहार में लोकसभा चुनाव की समीक्षा होगी.
इसके अलावा 30 मई को नरेंद्र मोदी की अगुआई में बन रही नयी सरकार में शामिल होने के बारे में भी औपचारिक तौर पर फैसला लिया जायेगा. साथ ही अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू को मिली जीत की भी समीक्षा की जायेगी. पार्टी बिहार की जीत की तरह ही अरुणाचल प्रदेश की जीत को देख रही है, जहां 60 सदस्यीय विधानसभा में जदयू के आठ विधायक जीते हैं.
पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बताया कि इस साल और अगले साल जम्मू-कश्मीर और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं. जदयू इन दोनों राज्यों के अलावा अन्य प्रदेशों में भी विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार खड़ा करेगा.
समीक्षा बैठक में जदयू को राष्ट्रीय पार्टी की हैसियत में आने के लिए आगे की रणनीति तय करने के बारे में भी विचार विमर्श होगा. पार्टी को जल्द ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है. बैठक में पार्टी को कहां-कहां विस्तार दिया जा सकता है, इस संबंध में भी चर्चा होगी. बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार की सुबह दिल्ली पहुंचेंगे.
पार्टी के सभी नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों को भी बैठक में मौजूद रहने को कहा गया है. जाॅर्ज फर्नांडीस के जमाने में जदयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल था. बाद के दिनों में यह दर्जा छिन गया. अब जब से नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार संभाला है, जदयू ने कई राज्यों में सफलता पायी है. बिहार में 17 लोकसभा सीटों पर खड़े जदयू उम्मीदवारों में 16 चुनाव जीत गये.
इसी सिलसिले में आज
दरअसल, जेडीयू की नजर मोदी सरकार के अगले मंत्रिपरिषद में दो मंत्री पदों पर है. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार इस बारे में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी कर सकते हैं.
जेडीयू के हैं 16 सांसद
बता दें कि इस चुनाव में जेडीयू के 16 सांसद चुने गए हैं जो कि एनडीए में बीजेपी और शिवसेना के बाद किसी दल की सांसदों की सबसे अधिक संख्या है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, अगली सरकार में जेडीयू शामिल होने जा रही है और इसका संकेत दे दिया गया है. अब इस बात पर चर्चा जारी है कि जेडीयू को मंत्रिपरिषद में कितने पद दिए जाएंगे. ऐसे सांसदों के अनुपात के अनुसार एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री का पद मिल सकता है.
ललन सिंह को मिल सकता है मौका
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले सांसदों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. सूत्रों के अनुसार कैबिनेट मंत्री के पद के लिए मुंगेर से सांसद और नीतीश कुमार के करीबी राजीव रंजन सिंह दावेदार हैं.
वहीं, राज्यमंत्री के पद के लिए पार्टी में पूर्णिया से सांसद संतोष कुशवाहा के नाम पर विचार हो रहा है. कुशवाहा 2014 में पूर्णिया से जीते थे, तब जेडीयू बिहार में किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं थी. इस बार भी उन्होंने कांग्रेस के उदय सिंह को मात दी है.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने जुलाई 2017 में महागठबंधन का साथ छोड़कर बिहार में नई सरकार बनाने के लिए बीजेपी से हाथ मिलाया था. हालांकि, पिछले केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू का कोई सांसद मंत्री नहीं था. हालांकि, इस बार पार्टी ने बीजेपी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा है और वह नई सरकार में शामिल होने के लिए तैयार है. इसको लेकर ही जेडीयू के नेताओं की आज शाम दिल्ली में बैठक होगी. इसमें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले सांसदों के नामों को तय किया जा सकता है.

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