जनपथ न्यूज डेस्क

Reporter: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
3 सितंबर 2022

भागलपुर: बिहार में भाजपा और जदयू नेताओं के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नीतीश कुमार और भाजपा के नेता-आमने-सामने हैं। करप्शन पर सीएम नीतीश ने भाजपा को दिखाया आईना तो सुशील मोदी ने तेजस्वी के भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री से तीखे सवाल पूछे हैं। इसके बाद जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी मैदान में उतर गये और उन्होंने भाजपा को भ्रष्ट जन पार्टी बता दिया। ऐसे में भला भाजपा कहां चुप रहने वाली थी इसलिये भाजपा ने भी जदयू को जालसाज-दगाबाज-उचक्का पार्टी करार दे दिया। इसके साथ ही उपेन्द्र कुशवाहा को राजनीतिक मंथरा भी कहा गया है।

*कुशवाहा ने बीजेपी को बताया भ्रष्ट जन पार्टी*
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। श्री कुशवाहा ने भाजपा से पूछा बंगाल में मुकुल राय शारदा चिट फंड घोटाले के आरोपी थे, कर्नाटक में रेड्डी बंधुओं पर माइनिंग घोटाले का आरोप था और येदुरप्पा जी का भ्रष्टाचार जगजाहिर है, बावजूद इसके आपने उन्हें सीएम बनाया। आखिर भाजपा (भ्रष्ट जन पार्टी) में शामिल होते ही सभी का केस बंद कैसे और किस तरह हो जाता है? उपेन्द्र कुशवाहा आगे लिखते हैं कि महाराष्ट्र में नारायण राणे आदर्श घोटाले में लिप्त थे, असम में हेमंत बिस्वा शर्मा पर भाजपा ने ही पीडब्ल्यूडी घोटाले के आरोप लगाए थे। भाजपा (भ्रष्ट जन पार्टी) में शामिल होते ही सभी का केस बंद हो गया, कैसे।

*भाजपा ने कुशवाहा को बताया राजनीतिक शकुनी व मंथरा*
भाजपा को भ्रष्ट जन पार्टी कहने जाने पर भाजपा ने भी करारा जबाव दिया है। बिहार भाजपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने उपेन्द्र कुशवाहा को राजनीतिक शकुनी और मंथरा करार दिया है। इसके साथ ही जदयू का मतलब भी समझाया है- जालसाज + दगाबाज + उचक्का पार्टी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राजनैतिक शकुनी उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने ट्वीट में भाजपा के बारे में जो कहा है थोड़ा जनता दल यूनाइटेड के बारे में भी जान समझ लें। जदयू का मतलब – ( जालसाज + दगाबाज + उचक्का पार्टी ) है। राष्ट्रीय शकुनी, राजनैतिक गिरगिट और सियासी मंथराओ से भरी पार्टी का मतलब जनता दल यूनाइटेड है। भाजपा प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा है कि आपको भ्रम हो गया है कि जब आप राजद सुप्रीमो के पैर छू रहे होंगे, तब आपको पता नहीं था कि वह होटवार जेल में कैदी नंबर कितना थे? जब आप बिहार के डिप्टी सीएम के बगल में बैठते होंगे, तब आपको पता नहीं था कि वह किसलिए बेल लिए हैं? विभिन्न धाराओं से सुशोभित मंत्रियों के साथ जब बैठ करके चाय पीते होंगे, तो नहीं समझ में आ रहा होगा कि किस धारा और घोटालों में वे फंसे हुए लोग हैं। उन्होंने श्री कुशवाहा से सवाल करते हुए पूछा कि आपको याद होगा न कि कितने करोड़ का चारा घोटाला था। उस चारा घोटाला के संबंधित कागजात सीबीआई को देने वाले आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष ही न थे…?

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