जनपथ न्यूज डेस्क, पटना
Edited by: राकेश कुमार
26 जून 2022
पटना: बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर आ रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के सरकारी आवास पर पटना के राजीव नगर स्थित नेपाली नगर जमीन विवाद को लेकर वहां के स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए। दरअसल, विवाद गर्म होने का मुख्य कारण पटना सदर के सीओ का नोटिस है, जिसमें 20 एकड़ जमीन पर बने भवनों को तोड़ने का निर्देश जारी किया गया है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के सरकारी आवास पर धरना देने वाले वे लोग है जिन पर अवैध निर्माण का आरोप है और इनके घर को तोड़ने का आदेश सरकार ने दिया है। धरना देने वाले लोगो की मांग है कि इनलोगों का आवास नहीं तोड़ा जाए।
उपमुख्यमंत्री नगर विकास मंत्री भी हैं इसलिए मकान बचाने की मांग इनसे की जा रही है। बता दे कि इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। उप मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने वाले लोगो का कहना है कि जबतक सरकारी आदेश वापस नहीं लिए जाएंगे, तबतक हम लोग घर का घेराव करते रहेंगे।
आपको बता दे कि सीओ ने इस भूमि को बिहार राज्य आवास बोर्ड की जमीन मानते हुए स्थानीय लोगों द्वारा दिए गए साक्ष्य को खारिज कर दिया।प्रशासन इस 20 एकड़ में बने 70 मकानों व चहारदीवारी पर कभी भी बुलडोजर चला सकता है।
उपमुख्यमंत्री आवास का घेराव करने आए लोगो का कहना है कि हमलोग गांव से जमीन बेचकर पटना में नेपाली नगर में जमीन खरीदे घर बनाया और आज सरकार हमारे घर को तोड़ना चाहती है, जो हमलोग कभी भी नहीं होने देंगे। वहीं नेपाली नगर से आए कुछ लोगो ने कहा कि शुरू में ही सरकार अगर हम लोगों को रोक देती तो फिर हम लोग घर क्यों बनाते। हमे बिजली का कनेक्शन और पानी का कनेक्शन दिया गया और नगर निगम का रसीद कट रहा है। इसके बावजूद हमलोगों के घर को तोड़ने का आदेश दिया गया है, जो सही नही है। इसको लेकर हमलोग उपमुख्यमंत्री से मिलने आए हैं।