जनपथ न्यूज डेस्क

Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
9 अगस्त 2022

भागलपुर/पटना : बिहार में भाजपा-जदयू का गठबंधन खत्म हो चुका है। जदयू विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें हमेशा अपमानित करने का काम किया। सीएम नीतीश ने कहा कि भाजपा की तरफ से हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा रही थी, इसके साथ ही हमें खत्म करने की साजिश रची गई, इसलिए उन्होंने गठबंधन तोड़ने का फैसला किया।

जदयू विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा साल 2013 से ही धोखा दे रही है। इतना ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी ने जनता दल यूनाईटेड को खत्म करने की साजिश रची। इसके साथ ही हमेशा भाजपा ने उन्हें अपमानित किया। नीतीश ने कहा कि इसी क्रम में आरसीपी सिंह के जरिये जदयू को कमजोर करने की कोशिश की गई। आरसीपी सिंह को बिना पूछे केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया। भाजपा लगातार जदयू को कमजोर कर रही थी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के दौरान विधायकों से कहा कि भाजपा के साथ हम लोग ठगा महसूस कर रहे थे। 2019 में भी मंत्री बनाने का आश्वासन उन्हें दिया गया, लेकिन प्रतिनिधित्व नहीं मिला। 2020 के चुनाव में चिराग पासवान के जरिए हमें कमजोर करने की कोशिश की गई और अभी हमारे विधायकों को तोड़ने की साजिश चल रही थी। पार्टी को एकजुट रखना मुश्किल था, ऐसे में हमने भाजपा से अलग होने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री की पहल को तमाम विधायकों और सांसदों ने एकजुट होकर समर्थन दिया। बैठक में मौजूद जदयू नेताओं ने पार्टी के हर फैसले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया और कहा उनके द्वारा लिया गया हर फैसला उन्हें स्वीकार है।

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