जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
19 अगस्त 2022

भागलपुर : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जदयू के विधायकों में कुछ नाराजगी देखी जा रही है। भाजपा से गठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार ने राजद व कांग्रेस के साथ मिलकर अपनी सरकार बना ली है। महागठबंधन की इस सरकार में जदयू के कई विधायक मंत्री बनना चाह रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मंत्री बनने के लिए भागलपुर जिले के गोपालपुर विधानसभा के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल भी मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से मिले थे। उन्‍होंने खुद को पार्टी का सबसे वरिष्‍ठ और कई बार जीतने वाला विधायक बताया और कहा कि उन्‍हें इस बार जरुर मंत्री बनाया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास बढि़या से किया जा सके। लेकिन नीतीश कुमार ने समझा-बुझाकर उन्‍हें वापस कर दिया। इस बात की जानकारी उन्‍होंने खुद दी‌ है।

अब लोगों को लगा कि शायद मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से विधायक गोपाल मंडल नाराज हो गए हैं। इस पर उन्‍होंने कहा कि आखिर हम सीएम से क्‍यों नाराज होंगे। वे हमारे नेता हैं और सरकार चला रहे हैं। मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि वे मंत्री के दौड़ में अब है हीं नहीं। वे भागलपुर के सांसद बनेंगे, यह बात पार्टी में हो चुकी है।

गोपाल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। सभी क्षेत्रीय पार्टियों को नीतीश कुमार मजबूत कर रहे हैं। सभी से संपर्क किया जा रहा है। वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में भारत में सभी क्षेत्रीय दलों के साथ सरकार बनेगी। सभी छोटी पार्टियां नीतीश कुमार को अपना नेता मनाने को तैयार हैं। उन्‍होंने कहा कि बिहार में सभी लोकसभा सीटों पर महागठबंधन की जीत होगी। जंगलराज के बारे में पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में सरकार है। यह सरकार सुशासन की सरकार है। बिहार में अब कभी जंगलराज आ ही नहीं सकता।

जदयू की रुपौली विधायक बीमा भारती के बारे में पूछे जाने पर गोपाल मंडल ने कहा कि बीमा भारती को उम्‍मीद था कि वे मंत्री बनेंगी, लेकिन वे जब नहीं बनी तो कुछ से कुछ बोल रही हैं। नीतीश कुमार ने बीमा भारती को दो बार मंत्री बनाया था, लेकिन हर बार तो संभव नहीं है।

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