जनपथ न्यूज़ छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर राजकीय रेलवे पुलिस ने डाउन बलिया- सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन से 50 नरकंकाल के साथ एक व्यक्ति को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। नरकंकाल को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से लाकर भूटान के रास्ते चीन ले जाने की योजना थी। इस मामले में गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और उसके पास से मिले मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगाला जा रहा है।
रेलवे पुलिस उपाधीक्षक मोहम्मद तनवीर ने बताया कि बरामद नर कंकाल का उपयोग तांत्रिक करते थे और ऊंची कीमत पर बेचा जाता है। गिरफ्तार तस्कर के पास से दो पहचान पत्र, विभिन्न बैंकों के एटीएम, 2450 रुपए, भूटानी मुद्रा आदि बरामद किया गया है।
तस्कर से मिले दो पहचान पत्र: गिरफ्तार तस्कर का नाम संजय प्रसाद है। उसके एक पहचान पत्र पर बिहार के मोतिहारी जिले के पहाड़पुर का पता दर्ज है, जबकि दूसरे पहचान पत्र पर न्यू जलपाइगुड़ी बंगाल का पता है। तनवीर ने बताया कि बरामद 50 कंकाल में 16 खोपड़ी (सिर) तथा 34 शरीर के अलग अलग अंग के हैं। यूपी से शराब लाने वाले तस्करों के खिलाफ जांच अभियान चलाया जा रहा था।
पहले भी मिला था नर कंकाल: तनवीर ने बताया कि इसके पहले भी 19 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर स्टेशन पर लावारिश हालत में काफी संख्या में नर कंकाल बरामद किया गया था। गिरफ्तार तस्कर से गिरोह से जुड़े सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिसके आधार पर छापेमारी की जा रही है। बरामद नरकंकाल का उपयोग तांत्रिक के अलावा और कि काम में होता था। यह जांच का विषय है।
नरकंकाल के साथ गिरफ्तार तस्कर के अनुसार चीन के लोग मानव की हड्डी का इस्तेमाल पूजा करने के लिए करते हैं। आशंका यह भी है कि नरकंकाल का इस्तेमाल मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा की जाती है जिसके लिए ले जाया जा रहा था।
पहले भी मिला था नर कंकाल: तनवीर ने बताया कि इसके पहले भी 19 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर स्टेशन पर लावारिश हालत में काफी संख्या में नर कंकाल बरामद किया गया था। गिरफ्तार तस्कर से गिरोह से जुड़े सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिसके आधार पर छापेमारी की जा रही है। बरामद नरकंकाल का उपयोग तांत्रिक के अलावा और कि काम में होता था। यह जांच का विषय है।
नरकंकाल के साथ गिरफ्तार तस्कर के अनुसार चीन के लोग मानव की हड्डी का इस्तेमाल पूजा करने के लिए करते हैं। आशंका यह भी है कि नरकंकाल का इस्तेमाल मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा की जाती है जिसके लिए ले जाया जा रहा था।