जनपथ न्यूज़ डेस्क
10 अगस्त 2024

गोरखपुर एम्स और यूनिसेफ के सहयोग से गोरखपुर एम्स में राज्य का पहला एसआरसीएन खुला है जो “संभव अभियान” की सफलता के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। “संभव अभियान” के अन्तर्गत सैम बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन तथा संभव अभियान के दौरान समुदाय आधारित प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने, गंभीर कुपोषित सैम बच्चों की पहचान, रेफरल और उपचार के लिए समुदाय आधारित कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाएगा।

इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं की क्षमता को बढ़ाना, दवाओं की आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुनिश्चित करना और प्रगति एवं परिणामों को ट्रैक करने के लिए मजबूत निगरानी, जैसे की जिला पोषण समिति और जिला स्वास्थ्य समिति की बैठकों में और रिपोर्टिंग प्रणालियों की स्थापना शामिल है। यूनिसेफ व एम्स मिलकर प्रोग्रेसिव फाउंडेशन को सहयोग देकर कार्यों को अंजाम तक पहुंचाने में लगा है।

आपको बताते चलें कि एम्स गोरखपुर की डीन एकेडमिक डॉक्टर महिमा मित्तल इस परियोजना की इंचार्ज है और यूनिसेफ के डॉक्टर रविश शर्मा और श्री परही जी कर्मचारियों को समय समय पर मार्गदर्शन और दिशा निर्देश देते रहते है।

पिछले दिनों डॉक्टर रविश शर्मा के नेतृत्व में एम्स गोरखपुर में एसआरसीएन और गोरखपुर जनपद के दर्जनों सीडीपीओ आईसीडीएस और चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया था जिसकी अध्यक्षता डॉक्टर महिमा मित्तल जी कर रही थी।

एसआरसीएन के सुरेश तिवारी, आरपी श्रीवास्तव, प्रवीण जी, अनुराग जी और शशि भूषण मिश्रा आईसीडीएस और एनएचएम के सहयोग से गोरखपुर जनपद में “संभव अभियान” को सफल बनाएंगे।

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