जनपथ न्यूज़ डेस्क
Edited by: राकेश कुमार
18 मई 2023

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी के कथित घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुईं। सुबह 11 बजे ही लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ईडी दफ्तर पहुंच गईं थीं।

आपको बताते चले कि सीबीआई ने राज्य के आईजी से 2004 से 2009 के दौरान लालू यादव व उनके परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी, गिफ्ट की गयी या लीज पर दी गयी अचल संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। अब लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद, मंत्री तेजप्रताप, मंत्री मीसा भारती और लालू की सभी सात बेटियों को अपने नाम से खरीदी, गिफ्ट की गयी या लीज पर दी गयी अचल संपत्तियों का विवरण देना होगा। एजेंसियों का आरोप है कि 2004-09 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ के पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया और इसके बदले संबंधित व्यक्तियों ने अपनी जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को हस्तांतरित की थी।

बताते चले कि प्रवर्तन निदेशालय ने लालू प्रसाद के करीबियों से लगभग पूछताछ कर ली है। लालू के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन घोटाले का आरोप लगा है। सीबीआई ने भी अक्टूबर 2022 में लालू और राबड़ी देवी समेत 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था और ये सभी आरोपी अभी इस केस में जमानत पर चल रहे हैं। ईडी ने भी इससे संबंधित लालू यादव और राबड़ी देवी के करीबियों के ठिकानों पर छापा मारकर तमाम तथ्य और सबूत जुटाए हैं। आरोप पत्र में लालू यादव उनकी दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव भी शामिल हैं।

आपको बताते चलें कि नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मंगलवार को पटना, दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम सहित 9 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। बिहार के पटना और आरा में राजद विधायक किरण देवी और पूर्व राजद विधायक अरुण यादव के पैतृक आवास सहित कई ठिकानों पर सीबीआई ने रेड मारा था। इसके अलावा नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में लालू के करीबी माने जाने वाले प्रेम चंद गुप्ता के ठिकानों पर भी सीबीआई ने छापा मारा था।

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