बिहार पुलिस के सिपाही ने काली कमाई से बनाई करोड़ों की संपत्ति
Edited By: राकेश कुमार
जनपथ न्यूज/सितंबर 22, 2021
पटना: बिहार पुलिस का एक सिपाही ज्यादा से ज्यादा महीने में कितना कमा सकता है इसका अंदाजा एक आम आदमी लगा सकता है, लेकिन एक आम आदमी का सारा अंदाजा एक सिपाही के सामने फेल हो जाएगा। ये सिपाही करोड़पति है और इसने पटना से लेकर आरा-मुजफ्फरपुर तक संपति बना रखी है,लेकिन अब आर्थिक अपराध इकाई इस भ्रष्ट सिपाही के 9 ठिकानों पर छापेमारी में जुटी है। ये छापेमारी बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज के ठिकानों पर हो रही है। आर्थिक अपराध इकाई टीम को पटना, अरवल और आरा में अभी तक नौ करोड़ 47 लाख 66 हजार 745 रुपये से अधिक की परिसंपत्ति अर्जित किए जाने के साक्ष्य मिले हैं, जो उनकी वास्तविक आय से करीब 544 फीसद अधिक है। सिपाही ने अपने साथ छह भाइयों व भतीजे के नाम पर भी करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है
आर्थिक अपराध इकाई ने जानकारी दी है कि पटना जिला पुलिस बल के सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज ने अपने पद का दुरुपयोग कर खुद और अपने घरवालों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति बनाई है जो कि इसके लोकसेवक अवधि में मिली तनख्वाह से कहीं ज्यादा है। इस केस में पहले सत्यापन के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने केस दर्ज किया। इसके बाद 9 स्पेशल टीम बनाई गई और मंगलवार की सुबह-सुबह सिपाही धीरज के सभी 9 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी गई।
जिन जगहों पर छापेमारी की गई है उनमें पटना के महावीर कॉलोनी बेऊर स्थित धीरज का आवास, भोजपुर के सहार थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर गांव में पैतृक आवास, अरवल में अरोमा होटल के सामने अवस्थित मकान जो भाई का है।
वहीं आरा शहर में भाई सुरेंद्र सिंह के कृष्णा नगर स्थित चार मंजिला मकान और दूसरा 5 मंजिला मकान। एक और भाई विजेंद्र कुमार विमल के आरा शहर स्थित कृष्णा नगर स्थित पांच मंजिला मकान, एक और भाई श्याम बिहारी सिंह का आरा स्थित मॉल आवासीय मकान, भतीजा धर्मेंद्र कुमार का आरा में आशुतोष ट्रेडर्स नाम की दुकान, एक और भाई सुरेंद्र कुमार सिंह के नारायणपुर आरा अवस्थित छड़ सीमेंट की दुकान एवं आवास शामिल है।