गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर हो गंगा पर बने बिदुपुर 6 लेन पुल : जीवन

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 17 दिसम्बर ::

भारतीय स्वतंत्रता के 75वें अमृत महोत्सव वर्ष के पावन अवसर पर स्वत्व, स्वाभिमान, स्वावलम्बन, आत्म निर्भरता की ओर बढ़ता भारत अपने विकास के साथ प्राचीन सांस्कृतिक जड़ो से भावी पीढ़ी को जोड़ रहा है। उक्त बातें 17 दिसम्बर (शुक्रवार) को हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश संयोजक जीवन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।

उन्होंने बताया कि सर्वनाम, धन्य सर्ववंश दानी गुरुगोविन्द सिंह जी महाराज ने अपने चार पिढियों का बलिदान दिया था। विदेशी हमलावर जब भारतीय संस्कृति के नामोनिशान मिटाने की हरसंभव प्रयास करते हुए, गुरुगोविन्द सिंह के परदादा गुरु अर्जुन देव को गर्म तवे पर बैठाकर जहांगीर द्वारा बलिदान दिया गया। इनके पिता गुरु तेगबहादुर को इस्लाम कबूल नहीं करने पर लाल किले के सामने चांदनी चौक पर शीश काटा गया। गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों में से 2 बड़े पुत्र अजीत सिंह, जुझाड सिंह को चमकौर युद्ध युद्ध में बलिदान होना पड़ा। दो छोटे 6 वर्ष एवं 9 वर्ष के दुधमुंहे बच्चे फतेह सिंह, जुडावर सिंह को हिन्दू धर्म नहीं छोड़ने के अपराध में जिन्दा दिवार में चुनवा दिया गया।

प्रदेश संयोजक जीवन कुमार ने बताया कि स्वयं गुरुगोविन्द सिंह को घात लगाकर धोखे से दो भारतीय धर्म और संस्कृति विरोधियों ने पीठ पर खंजर मारकर बलिदान कर दिया। ऐसे चार पिढियों के बलिदान देने वाले सर्वदंश दानी गुरुगोविन्द सिंह का जन्म पटनासाहिब में हुआ था।

ठाकुर प्रसाद स्मारक सामुदायिक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में छेत्रीय संगठन मंत्री सह प्रचारक सुमन जी के निर्देश पर गंगा नदी पर बन रहे बिदुपुर 6 लेन का नाम गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के नाम पर रखने की मांग सरकार से की गई।

जीवन कुमार ने बताया कि गंगा नदी पर बन रहे सिक्स लेन गंगा सेतु का नामकरण सर्ववंश दानी गुरु गोविंद सिंह के नाम पर रखने के लिए विगत चार वर्षों से हिन्दू जागरण मंच के उत्तर बिहार के प्रदेश अध्यक्ष विनोद यादव द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में गंगा सेतु का नामकरण गुरुगोविन्द सेतु करने हेतु संकल्प सभा का आयोजन 19 दिसम्बर (रविवार) को होगा।

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