जनपथ न्यूज़ डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
17 जुलाई 2023

भागलपुर : अंग प्रदेश की धरती कला-संस्कृति के क्षेत्र में सदैव समृद्ध रहा है. कला-संस्कृति को आगे बढ़ाने में यहां के युवा से लेकर नौनिहाल भी पीछे नहीं है. इसी कड़ी में नया नाम जोड़ने में अंग प्रदेश के हृदय स्थल भागलपुर शहर स्थित गोपी मोहन घोष लेन, बूढ़ानाथ निवासी शास्त्रीय संगीत गुरु पंडित शंकर मिश्र नाहर एवं शर्मिला नाहर की पुत्री श्रद्धा नाहर उर्फ सोनाली मिश्रा न केवल सफल हुई है, बल्कि अमेरिका के वर्जीनिया में हुए स्टार क्वेस्ट डांस कॉम्पिटिशन के वर्ल्ड फिनाले 2023 में 46 देशों के 350 प्रतिभागियों को पछाड़ कर विनर भी बनी है.

*कथक नृत्य की प्रस्तुति देकर 12 जजों का जीता दिल*: बकौल सोनाली मिश्रा उन्होंने कथक नृत्य और सेमी क्लासिकल-भाव नृत्य प्रस्तुत किया. विनर बनने में कथक नृत्य का अहम योगदान रहा. जजों को कथक नृत्य की एक-एक बारीकी पसंद आयी. भागलपुर आकाशवाणी के वरिष्ठ संगीतज्ञ पंडित शंकर मिश्र नाहर एवं शारदा संगीत सदन की प्राचार्या शर्मिला नाहर ने बताया कि सोनाली मिश्रा ने विश्व स्तर पर आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर, न केवल भागलपुर, बल्कि भारत देश का नाम रोशन किया है.

*विरासत में मिली नृत्य कला, पति प्रताप मिश्रा का खूब मिला सपोर्ट*: श्रद्धा उर्फ सोनाली को विरासत में नृत्य कला मिली. घर में संगीत का माहौल होने के कारण सोनाली बचपन से ही शास्त्रीय नृत्य, उप शास्त्रीय-फ्यूजन नृत्य एवं कोरियोग्राफी में दक्षता हासिल की. नृत्य की शिक्षा पिता पंडित शंकर मिश्र नाहर से प्राप्त की. माता शर्मिला नाहर द्वारा संचालित शारदा संगीत सदन में नृत्य की शिक्षा ली. एसएम कॉलेज से 2003 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. 2004 में उनकी शादी प्रताप मिश्रा से हुई. सोनाली ने बताया कि उनके पति प्रताप मिश्रा शुरुआत में आकाशवाणी, दिल्ली में ए ग्रेड के तबला वादक थे. बाद में अपनी बहुमुखी प्रतिभा के कारण एचसीएल के एजीएम बने और अमेरिका के नॉर्थ कैरेलिना में शिफ्ट कर गये, लेकिन कला-संस्कृति के प्रेम को बनाये रखा. अपनी पत्नी को नृत्य के क्षेत्र में आगे बढ़ाते रहे और आज इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की.

*बेटा दिव्यांश भी देश-विदेश में कर रहा है नाम*: पंडित शंकर मिश्र नाहर ने बताया कि सोनाली का बेटा और उनका नाती दिव्यांश मिश्रा भी गायन के क्षेत्र में देश-विदेश में नाम कर रहा है. उन्होंने कई बड़े पुरस्कार अपने नाम करके राज्य का मान बढ़ाया है. 17 वर्षीय दिव्यांश ने गूगल सांग कॉम्पिटिशन में आस्ट्रेलिया की उद्घोषिका से खूब वाहवाही लूटी और इसमें विनर भी बने हैं.

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