जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
10 अगस्त 2022
भागलपुर/पटना : बिहार में अब जदयू और राजद ने आपसी गठबंधन के तहत फिर से नई सरकार बना ली है। इस नई सरकार में एक बार फिर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वहीं, लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को दूसरी बार बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इधर,सीएम पद के शपथ लेने के बाद से ही नीतीश कुमार भाजपा को लेकर और अधिक मुखर हो गए हैं।
*2024 में नहीं मिलेगी कामयाबी*
नीतीश कुमार ने कहा कि 2014 वाले को 2024 में कामयाबी नहीं मिलेगी। हम रहें या न रहें पर यह तय है कि वो 2024 में नहीं रहेंगे। सीएम नीतीश ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हम मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते थे लेकिन मुझे दवाब देकर बनाया गया। लेकिन जब हम सीएम बन गये, उसके बाद जिस प्रकार से काम किया गया वो ठीक नहीं था। पिछले 2 महीने से हम किसी से बात भी नहीं कर पा रहे थे।
सीएम नीतीश ने कहा कि 2015 में जब हम महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे तो कितना सीट जीते थे और जब 2020 में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव जीते थे तो कितनी सीट पर जीत मिली, यह देखने की जरूरत है। हमने जो फैसला लिया है, वो सभी लोगों के विचार से लिया है। कुछ लोगों को लगता है कि देश से विपक्ष खत्म हो गया है तो अब हम विपक्ष में आ ही गये हैं। हम चाहेंगे कि विपक्ष मिलकर एकजूट हो।
इसके आगे उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ जाने से उन्हें नुकसान हुआ है और भाजपा के व्यवहार से जदयू नेता आहत थे।
पिछले डेढ महीने से हम बातचीत नहीं कर रहे थे लेकिन अब सब बढ़िया होगा, बहुत जल्द ही बाकी मंत्रियों के बारे में निर्णय लेकर शपथग्रहण कराएंगे और जल्द ही विधानसभा सत्र भी बुलाएंगे।
8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि अटल जी का प्यार वह कभी भूला नहीं सकते उन्होंने यह भी कहा कि हमारी किसी भी पद की दावेदारी नहीं है, 2024 में विपक्ष को एकजुट हो जाना चाहिए।