पटना : भोजपुरी फ़िल्म लालटेन के निर्माण में धोखाधड़ी का आरोप फ़िल्म के डायरेक्टर धीरू यादव पर लगाते हुए प्रोड्यूसर पप्पू यादव और कहानीकार संतोष यादव रेणु ने न्याय की गुहार लगाई। इसको लेकर आज पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें प्रोड्यूसर पप्पू यादव कहानीकार संतोष रेनू यादव एवं पटना हाई कोर्ट के एडवोकेट अवधेश कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि लालटेन फ़िल्म के निर्माण को लेकर हमने डायरेक्टर धीरू यादव एवम प्रोडक्शन कन्ट्रोलर शलेन्द्र सिंह को हमलोगों ने अपना बैनर अमन राज फिल्म इंटरतेन्मेंट से अनुबंध किया, लेकिन धीरू यादव ने हमलोगों के फिल्म का बजट 50 लाख बताया था तो 50 लाख के बजट पर तैयार हुए। कहा गया कि फिल्म कि शूटिंग 25 से 30 दिन चलेगा लेकिन जब हम लोग फिल्म का शूटिंग के लिय बोधगया गये तो मात्र चार दिन कि शूटिंग में 30 लाख रुपया खर्च कर दिय और शूटिंग रुक गई तो हमने कहा कि कि अब सबसे पहेले पैसा का हिसाब दिजिय कि आप 4 दिन के शूटिंग में कितना पैसा खर्च किय है तो उसने बोला कि नहीं पूरा फिल्म बनाओ तो हम बोले कि नहीं 4 दिन के शूटिंग में 30 लाख रुपया लग गया तो अभी हम लोग का २5 से 30 दिन शूटिंग करना है तो हम कहा से पैसा लायेंगे।
उन्होंने कहा कि इस पर धीरू यादव ने बोला कि तुम एक प्रोडूसर को लेकर आओ और फिल्म को पूरा करो और फिल्म को तब आप रिलीज़ कर सकते है तो मैंने को प्रोडूसर शुमन कुमार को लेकर आया मुंबई ले गया और उस से बात चित किया कि फिल्म में 30 लाख रुपया लगाए हैं इसमें इतना इतना लगाने से फिल्म तैयार हो जायगा तो मैंने फिल्म को पूरा तैयार कर दिया तो रिलीज़ का समय आया तो धीरू यादव ने बोला कि अभी रिलीज़ में कुछ टाइम लगेगा तो उसने मेरे से वीणा पूछे ही फस्ट लुक आउट लाला का लालटेन किया फिल्म मेरा बैनर से था अमन राज फिल्म एंटरटेनमेंट से था फिल्म लालटेन तो ओ लाला लगा दिया फिल्म का नाम कर दिया लाला का लालटेन तो धीरू यादव से पूछा कि लालटेन फिल्म का शूटिंग हुआ था तो लाला का लालटेन क्यू आप करदिये तो उसने बोला कि लाला का लालटेन फिल्म बना है लालटेन नहीं तो हम बोले लालटेन बना है उसमे मेरा कहानी है।
उन्होंने कहा कि लालटेन का तो मैंने फिल्म इम्पा में कम्प्लेँन किया कि लालटेन पहेले से मेरा टाइटल था तो आप ने लाला का लालटेन क्यू दिया तो फ़स्ट लुक को ईमेल के माध्यम से वेजा तो इम्पा उसे रिजेक्ट कर दिया तो फिर हम धीरू जी के पास गये बोले कि हम फिल्म रिलीज़ करना चाहते है तो उसने मुझे रिलीज़ करने के लिय हार्ड डिस्क नहीं दिया धीरू यादव ने इस के पहले भी कई लोगो के साथ धोखाधड़ी किया है इसके बाद मैंने सोचा कि अब कोर्ट का शरण लेना पड़ेगा तो मैंने हाई कोर्ट के एडवोकेट अवधेश कुमार मिश्रा जी द्वारा लीगल नोटिश भी जारी किया और कोर्ट के माध्यम से कहना चाहूँगा कि मुझे न्याय मिले।