जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
12 सितंबर 2022
भागलपुर/मुंगेर : जिले में वर्षों से मृत पड़े डकरा नाला पंप नहर परियाेजना की सूरत अब बदल जाएगी। मुंगेर जिले के जमालपुर, धरहरा और बरियापुर प्रखंड के साथ लखीसराय जिले के किसानों को सिंचाई में बड़ी सहूलियत होगी। लगभग 1500 एकड़ खेतों में सिंचाई के लिए पानी पहुंचेगा। रविवार को मुंगेर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डकरा नाला का निरीक्षण किया। उन्होंने जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल और जिलाधिकारी नवीन कुमार को डकरा नाला पंप नहर परियोजना को जल्द से जल्द दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाला की गहराई के बाद पूरी तरह से व्यवस्थित कर खेताें तक पानी पहुंचाने की बात कही। उन्होंने जिलाधिकारी से जिले में मृत पड़े सिंचाई परियाेजनाओं के बारे में भी जानकारी ली। प्रखंड वार बाढ़-सुखाड़ की समीक्षा की। करीब आधे घंटे तक डकरा नाला नहर परियोजना का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री पटना के लिए रवाना हो गए।
*धान अच्छादन व वैकल्पिक फसलों की समीक्षा*
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारी से जिले में धान अच्छादन और प्रखंड वार वर्षा के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वैकल्पिक फसलों की खेती करने के लिए उपलब्ध कराए गए बीज के बारे में भी समीक्षा की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक कितने किसानों को बीज मिला है, इस बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने डीएम को कृषि विभाग के साथ बैठक कर ऐसी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर दोपहर 1.19 बजे सफियाबाद स्थित हवाई अड्डे पर उतरा। पुलिस उपमहानिरीक्षक संजय कुमार, जिलाधिकारी नवीन कुमार, पुलिस अधीक्षक जग्गुन्नाथ रेड्डी ने पुष्पगुच्छ देकर सीएम का अभिनंदन किया और यहां मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, तारापुर विधायक राजीव सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
*सुरक्षा का था पुख्ता इंतजाम*
सफियाबाद हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कारकेड और सुरक्षा में लगे पदाधिकारी सुबह 11 बजे ही पहुंच चुके थे। हवाई अड्डे से लेकर डकरा नाला तक सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। इस मौके पर जहां डाॅग स्क्वायड की टीम को भी बुलाया गया था, वहीं इस मौके पर विशेष जवानों की तैनाती की गई थी।