जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
21 मार्च 2023
भागलपुर एयरपोर्ट तथा अंग प्रदेश क् तरक्की व उन्नति को लेकर अब निरंतर चर्चाएं हो रही है। हर श्रेणी के लोग अथवा संगठन अब लगातार कोई ना कोई कार्यक्रम कर रहे हैं तथा एक दूसरे का उत्साह बढ़ाकर भागलपुर के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं, इस प्रयास में भागलपुर एयरपोर्ट का मामला अभी सबसे ज्यादा चर्चा में है। इसी मामले को लेकर हमने सोनभद्र एक्सप्रेस की ओर से जिले के कुछ प्रबुद्धजनों से मिलकर वार्ता की। इस वार्ता के दौरान कई बातें निकल कर सामने आई। इस वार्ता को करने का उद्देश्य सिर्फ हमारा यह है कि भागलपुर का विकास होना बहुत ही लाजिमी है, क्योंकि पटना के बाद भागलपुर जिला ही राजधानी का स्वरूप है,जिस पर किसी की नजर नहीं जाती। हम सभी को मिलकर ऐसा प्रयास करना चाहिए कि भागलपुर विकास के ऊंचाईयों को छुए।
वार्ता के क्रम में अंग प्रदेश के भीष्म पितामह कहे जानेवाले हिन्दी-अंगिका के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार डाॅ०अमरेन्द्र ने कहा कि विकास कोई सामान नहीं है,बल्कि एक ऐसा रास्ता है, जिससे मानव के मूलभूत सुविधाएं जो अभी मिलनी चाहिए वह उन्हें मिलती रहे और मानव जीवन सुलभ हो। इसलिए भागलपुर में एयरपोर्ट की आवश्यकता की महत्ता पर जोर दिया जा रहा है।
अंग प्रदेश के चर्चित गीतकार राजकुमार ने कहा कि हमें एक किनारे पर नि:सहाय छोड़ दिया गया है। पटना से 240 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित हमारा भागलपुर जिला,जिससे झारखंड तथा बंगाल और नेपाल इत्यादि आसपास में है और यहां के लोगों को विकास के सपनों को दिखाकर निरंतर राजनीतिक पार्टियों के द्वारा ठगा जा रहा है। जबकि सबसे पहले मिलने वाली चीज की घोषणा भागलपुर के लिए ही होती है और वह दूसरे जिले में हस्तांतरित हो जाती है। इसलिए आवश्यकता है कि हम लोग एकजुट होकर इसके लिए लड़ें।
भागलपुर सुप्रसिद्ध फीजिशियन डाॅ०डीपी सिंह ने कहा कि जब हम अपनी उन्नति चाहते हैं तो अपने आसपास की चीजों को ठीक करना चाहते हैं और उसी में एक मुख्य लक्ष्य है हमें एयरपोर्ट की व्यवस्था को भागलपुर की धरती पर लाना। यातायात एक ऐसा साधन है, जिसके बल पर हमारी तरक्की हो सकती है और इससे हमें बहुत परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर मधुसूदन झा ने कहा कि अंग प्रदेश का समुचित विकास होना उतना ही जरूरी है,जितना किसी रेगिस्तान में सुविधा पहुंचाने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि भाषा-साहित्य-संस्कृति-सभ्यता व विरासत को लेकर हमारे साथ जो सौतेलापन की भावना लगातार रखी जा रही है, इसके लिए हम सभी को निरंतर प्रतिदिन कोई-न-कोई लगातार आंदोलन चलाते रहना होगा।नहीं तो हम सफलता प्राप्त नहीं कर पाएंगे।
भागलपुर के चर्चित दंत चिकित्सक डॉक्टर साकेत बिहारी शरण ने कहा कि हम मेडिकल से जुड़े हुए लोग हैं और हम सबको पता है कि किसी बड़े डॉक्टर को जब भागलपुर में लाना पड़ता है तो लगता है कि 2 दिन उनका समय रास्ते में चले जाएगा। इसलिए हम बड़े डॉक्टरों को लाकर यहां बड़े काम नहीं कर पाते हैं और लोगों को जान बचाने के लिए बाहर जाना पड़ता है। वह भी बहुत मुश्किलों का सामना करने के बाद। युवा चेतना क्लब के निदेशक सह प्रसिद्ध समाजसेवी डाॅ०अशोक आलोक ने कहा कि हवाई जहाज विकास का एक पहिया है, जिसे लगातार घूमने की आवश्यकता है। जब पहिए का आविष्कार हुआ था तो मानव जगत में एक बड़ी क्रांति विकास को लेकर आई थी और आज उसी क्रांति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यहां पर एयरपोर्ट आए और विकास को मानव हित के लिए एक नई गति मिले। वहीं इस दौरान समाजसेवी कमल जायसवाल,सुबोध मंडल,कवि त्रिलोकीनाथ दिवाकर, कवि धीरज पंडित आदि ने भी अपनी-अपनी बातों को बताया और कहा कि भागलपुर के हम सभी लोग एयरपोर्ट के मामले को लेकर लगातार तैयार हैं और इसके लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।