आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में फेल स्टूडेंट्स को प्रमोट करने की मांग नामंजूर, छात्रों ने किया प्रदर्शन
Edited By: राकेश कुमार
जनपथ न्यूज
सितंबर 2, 2021
पटना: पटना के मीठापुर स्थित आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्रों ने बुधवार को काफी देर तक का हंगामा किया, जिसके बाद हंगामा बढ़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बुला ली और कैंपस में पुलिस को तैनात कर दिया गया।
आपको बता दे राज्य भर के सरकारी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों से पहुंचे छात्र फेल हुए साथी छात्रों को पास करने की अटपटी मांग कर रहे थे। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर बेवजह फेल करने का आरोप लगाया है। दरअसल, बिहार में सभी मेडिकल और 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों की परीक्षा के परिणाम जारी कराने की जिम्मेदारी आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की होती है। कुछ दिन पहले ही आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों की परीक्षा के परिणाम को जारी किया था, ये परिणाम एमबीबीएस (सत्र 2019-24) के पहले बैच का था लेकिन नतीजों में 45 फीसदी छात्र फेल हो गए।
ऐसे में अब मेडिकल कॉलेजों के छात्र फेल छात्रों को प्रमोट कर रहे हैं। हालांकि, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने किसी भी सूरत में प्रमोट करने से मना कर दिया है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राजीव रंजन ने कहा, ‘एनएमसी के नियमों के अनुसार, अधिकतम 5 नंबर का ग्रेस दिया जा चुका है अब यहां से आगे हम कुछ नहीं कर सकते हैं।’
जानकारी के मुताबिक, 1172 छात्र-छात्राओं में असफल छात्रों की संख्या 447 है। संभव है कि छात्रों ने कोरोना के मुश्किल वक्त में परीक्षा दी हो लेकिन फेल छात्रों को प्रमोट करके कोई भी विश्वविद्यालय गलत परंपरा की शुरुआत करना नहीं चाहेगा। लिहाजा मेडिकल छात्रों की मांग का कोई औचित्य नहीं है।
आइए बताते है किन मेडिकल कॉलेज के छात्र फेल हुए है::
पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज, गया, मधेपुरा मेडिकल कॉलेज, राजकीय मेडिकल कॉलेज, बेतिया, मधुबनी मेडिकल कॉलेज, वर्द्धमान मेडिकल कॉलेज, पावापुरी और जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, भागलपुर।