बेटी होना सौभाग्य, आज पूरी दुनिया इस बात की साक्षी बनी
जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
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6 दिसम्बर 2022
भागलपुर : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सर्जरी पूरी हो चुकी है। किडनी ट्रांसप्लांट सफल तरीके से पूरा हुआ है। लालू प्रसाद यादव की सेहत के बारे में हर कोई जानना चाहता है। लिहाजा परिवार के सदस्यों ने सोशल मीडिया के जरिए उनके सेहत की जानकारी दी है, लेकिन सोशल मीडिया पर लालू से ज्यादा चर्चा इस वक्त उनकी बेटी रोहिणी आचार्य की है। आचार्य ने अपने पिता लालू यादव को अपना किडनी डोनेट किया है। जिस वक्त में ऐलान किया उसी वक्त से वह सुर्खियों में आ गई। ऐसा नहीं है कि रोहिणी सिंगापुर में रहने के कारण बिहार की राजनीति पर नजर नहीं रखती। सोशल मीडिया के जरिए वह लालू यादव के राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते रहती हैं। भाजपा नेताओं से उनकी भिड़ंत भी सोशल मीडिया पर होते रहती है लेकिन अब रोहिणी आचार्य किसी सियासी बयानबाजी को लेकर नहीं बल्कि बलिदान की मिसाल के तौर पर ट्रेंड कर रही हैं।
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने ट्वीट कर कहा है कि बहन रोहिणी जो आपने किया, उससे हर पिता आज गर्व महसूस कर रहा होगा। बेटी होना सौभाग्य की बात होती है, आज फिर से पूरी दुनिया इस बात की साक्षी बनी। आदरणीय श्री लालू यादव जी और बहन रोहिणी जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता है। वहीं, एक यूजर ने लिखा है, रोहिणी ने जो किया वो एक ऐतिहासिक उदाहरण बन गया। लालू जी का परिवार चाहता तो किडनी किसी और की भी खरिद सकता था, लेकिन रोहिनी ने नयी पिढी के लिए एक मिसाल कायम कर दिया है। एक दूसरे यूजर का ट्वीट है कि भगवान सभी को रोहिणी जैसी बेटी दे…रोहिणी ने अपने पिता को किडनी देकर एक मिशाल कायम की हैं।
इसके बाद एक और यूजर अपने ट्वीटर पर लिखते हैं, ये कुरबानी बेटी ही दे सकती है। लालू प्रसाद यादव का किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सिंगापुर में हुआ है 75 साल के बूढ़े बाप को उनकी बेटी ने किडनी दिया। एक ने लिखा है, अद्भुत! बेमिसाल !! अब बेटी पिता को नई जिंदगी दे रही है। एक ऐसे दौर में जब मां-बाप बच्चों पर बोझ बन जाते हैं और बच्चे उन्हें उम्र के आखिरी पड़ाव पर या तो अकेला छोड़ देते हैं या फिर वृद्धा आश्रम के हवाले कर अपनी जिम्मेदारी से निजात पा लेते हैं। तब रोहिणी आचार्य ने अपने पिता लालू जी को अपनी एक किडनी देने का फैसला लेकर एक नई मिसाल पेश की है, जो मौजूदा पीढ़ी के लिए अनुकरण योग्य है।