जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
3 फरवरी 2023

बिहार की सत्ताधारी जदयू खौफ में है। खौफ किसी दूसरे से नहीं बल्कि अपनों से है। संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने जिस तरह से जदयू नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोला है, जिस तरह से पिछड़े-अतिपिछड़े समाज को उपेक्षित करने की बात को हवा दी है, उससे जदयू नेतृत्व काफी चिंतित है। उपेन्द्र कुशवाहा का अपने समाज में अच्छी पकड़ मानी जाती है। चुनाव में इसका रिजल्ट दिखा भी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में कुशवाहा ने दर्जन भर सीटों पर जदयू को नुकसान पहुंचाया था। आज भी दल के अंदर कुशवाहा समाज के जितने भी नेता हैं, उनमें उपेन्द्र कुशवाहा की पकड़ सबसे अधिक मानी जाती है। यही वजह है कि कुशवाहा से पूरी पार्टी खौफ में है। जगदेव जंयती के दिन मैसेज देने के लिए जेडीयू नेतृत्व ने कुशवाहा समाज से आने वाले सभी छोटे-बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया। एक तरफ उपेन्द्र कुशवाहा जगदेव जयंती मना रहे थे तो दूसरी तरफ जेडीयू नेतृत्व की तरफ से बड़ा कार्यक्रम किया गया। बताया जाता है कि जेडीयू जगदेव जयंती पर इस तरह का बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं करती थी। यह उपेन्द्र कुशवाहा का खौैफ ही है कि जेडीयू को भी आज के दिन बड़े स्तर पर कार्यक्रम करने पर मजबूर होना पड़ा।

तीन मंत्री..दो सांसद व दर्जन भऱ विधायक पूर्व मंत्री रहे मौजूद : जदयू की तरफ से प्रदेश कार्यालय में जगदेव प्रसाद की जयंती मनाई गई। इस जयंती कार्यक्रम में बिहार भर के कुशवाहा समाज के नेताओं को बुलाया गया था। जदयू के भीतर कुशवाहा समाज के जितने भी बड़े नेता थे वे कार्यक्रम में मौजूद थे। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से लेकर सांसद महाबली सिंह व संतोष कुशवाहा के अलावे इसी समाज से आने वाले मंत्री जयंत राज भी मौजूद रहे और साथ ही दो अन्य मंत्री शीला मंडल व सुनील कुमार भी मौजूद रहे। इसके अलावे पूर्व मंत्री कृष्णंदन वर्मा, मंजू वर्मा, रामसेवक सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, वीरेन्द्र कुशवाहा समेत कई विधायक-पूर्व विधायक-पूर्व सांसद व अन्य बड़े नेता मौजूद रहे। कुशवाहा समाज से आने वाले नेताओं ने उपेन्द्र कुशवाहा पर निशाना साधा और समाज से इधर-उधर नहीं जाने और एकजुट रहने की अपील की। दरअसल, जेडीयू नेताओं को लगता है कि उपेन्द्र कुशवाहा की आज भी समाज से अच्छी पकड़ है। वे जेडीयू से जायेंगे तो कुशवाहा वोटर जेडीयू का साथ छोड़ सकता है। ऐसे में तमाम नेताओं ने यही कहा कि आपलोग झांसे में न आएं।

कुशवाहा ने फिर से नीतीश को घेरा : इधऱ, उपेन्द्र कुशवाहा ने भी जगदेव प्रसाद की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम किया। महात्मा फुले समता परिषद द्वारा शहीद जगदेव प्रसाद की जयन्ती समारोह में उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हम हर साल महापुरुष की जयंती मनाते हैं। समता परिषद द्वारा सभी जिलो में आयोजन किया गया है। लेकिन हमारे कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि जेडीयू के द्वारा भी जगदेव प्रसाद की जयंती पर रोक लगाने की कोशिश की गई। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सीएम नीतीश कुमार के साथ साथ अन्य नेता भी समता परिषद के कार्यक्रम में शामिल हुए थे, लेकिन इस बार इस कार्यक्रम पर रोक लगाने की कोशिश की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को फिर से जदयू की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जगदेव प्रसाद के विचार को आगे बढ़ाने का कम हम सभी कर रहे हैं। जेडीयू के द्वारा इनकी जयंती को लेकर पहले कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ था, लेकिन हम सभी ने समता परिषद द्वारा पहले से ही कार्यक्रम की तारीख़ तय की थी। अब अचानक से जदयू ने भी जयंती मनाने का निर्णय ले लिया.पार्टी की क्या रणनीति है यह समझ से परे है।

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