जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
10 अगस्त 2022
भागलपुर : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में बुधवार को शिक्षा विभाग संबंधित आयोजित कार्यशाला में प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता विषय पर विचार विमर्श किया गया। आयोजित कार्यशाला में कहलगांव एवं जगदीशपुर संबंधित विद्यालयों के प्राचार्य/प्रधानध्यापक उपस्थित थे।
उक्त अवसर पर कहलगांव एवं जगदीशपुर से संबंधित क्रमश: पांच एवं छः उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। जगदीशपुर से संबंधित चयनित उत्कृष्ट विद्यालय क्रमश: लोकनाथ उच्च माध्यमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय जगदीशपुर, मध्य विद्यालय गंगटी दाऊद वाट, मध्य विद्यालय पिस्ता, मध्य विद्यालय खरबा, मध्य विद्यालय तरडीहा हैं। जबकि कहलगांव से संबंधित विभिन्न मानकों के आधार पर चयनित उत्कृष्ट विद्यालय क्रमश: इंटर स्तरीय गणपत सिंह उच्च विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय ताले टोला खूटहरी, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय भोलसर, महालक्ष्मी बालिका मध्य विद्यालय, मध्य विद्यालय अकबरपुर है।
इस समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि उक्त सभी विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन द्वारा गुणवतापूर्ण शिक्षा हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्णित विद्यालयों में विद्यार्थियों के समेकित विकास हेतु चेतना सत्र, बाल संसद,योगाभ्यास, खेल कूद गतिविधियों, नियमित रूप से मूल्यांकन सत्र, स्मार्ट कक्षा का आयोजन किया जाता है। इसके अतिरिक्त वर्णित उक्त विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों में सृजनात्मक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से नवाचार गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्णित विद्यालयों से संबंधित विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम उत्साहजनक रहा है। इसके साथ ही उक्त वर्णित विद्यालयों में नामांकन के विरुद्ध उपस्थिति प्रतिशत भी लगभग 70% रहा है।
समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने उक्त सभी उत्कृष्ट विद्यालयों से संबंधित विद्यालय प्रबंधन के कार्यों की सराहना की एवं निर्देश दिया कि विद्यालय प्रबंधन नामांकन के विरुद्ध न्यूनतम 80% उपस्थिति सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस प्रयास एवं भविष्य में भी इसी प्रकार गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था हेतु लगातार प्रयास जारी रखेंगे। जगदीशपुर एवं कहलगांव से संबंधित कुछ विद्यालयों में नामांकन के विरुद्ध उपस्थिति संतोषजनक नहीं पाया गया है। ऐसे सभी विद्यालयों को सितंबर माह तक नामांकन के विरुद्ध उपस्थिति प्रतिशत में वृद्धि हेतु एवं सुव्यवस्थित शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में ठोंस कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है। आयोजित कार्यशाला में सभी विद्यालयों को आवश्यकतानुसार उपस्कर क्रय हेतु निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को संबंधित विद्यालयों के सतत पर्यवेक्षण एवं सभी विद्यालयों में सुव्यस्थित वातावरण में गुणवतापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी की शैक्षणिक कार्यों के सतत पर्यवेक्षण, नियमित समीक्षा का निर्देश दिया गया है। बैठक में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।