जनपथ न्यूज़ डेस्क

पटना 10 अगस्त 2022:-
भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित विश्वासघात के खिलाफ महाधरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 2005 के पहले बिहार में जंगलराज और भ्रष्टाचारी ताकतों से मुक्त कराने में भाजपा ने संघर्ष किया था और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सरकार बनाई थी, जिसके बाद बिहार में अभूतपूर्व परिवर्तन आए, परंतु 9 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनादेश का उल्लंघन और जनता के भरोसा पर कुठाराघात करते हुए ऐसी ताकतों से फिर हाथ मिला लिया।
उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में जदयू तीसरे नंबर की पार्टी होने के बावजूद आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उन्हें बिहार का नेतृत्व सौंपा था, भ्रष्टाचारी ताकतों के विरुद्ध लड़ाई लड़ने का काम सौंपा था, परंतु नीतीश जी तो, उस भरोसा को तोड़कर भ्रष्टाचारियों की गोदी में जा बैठे। बिहार की जनता सब कुछ देख रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीरो टॉलरेंस नीति सिर्फ छलावा है। आज भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी भी वही है, परंतु अब उन्हें अच्छे लगने लगे। 2017 में महागठबंधन से अलग होने में नीतीश जी की जो पंक्तियां थी, वहीं 2022 में पंक्तियां दोहराई जा रही हैं। मतलब साफ है.. अति महत्वाकांक्षा की भूख जब इन पर हावी होती है, तो तर्क अपने ढंग से गढ़ देते हैं। ऐसे लोगों को नीतियों, सिद्धांतों से कोई वास्ता नहीं। उन्होंने कहा कि जो पार्टी अपने दम पर मुख्यमंत्री नहीं बना सकी, वे प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं, यह दिवास्वप्न नहीं तो और क्या है? उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी और जनता के आशीर्वाद से आगे आने वाले दिनों में ऐसे मौकापरस्त ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देगी।

महाधरना के दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉ० संजय जायसवाल, सांसद राधा मोहन सिंह, सांसद रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सहित भाजपा के अन्य सांसदगण, विधायकगण, पूर्व मंत्रीगण, भाजपा और संगठन के प्रदेश पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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