चिराग पासवान ने बिजली विभाग में घोटाले को किया उजागर और ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव से अपील की बिहारियों को झांसा देना बंद करने की….

जनपथ न्यूज डेस्क
Edited by: राकेश कुमार
30 जनवरी 2023

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव से बिहारियों को झांसा देना बंद करने की अपील की है। बता दे कि दो दिन पहले श्री चिराग ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय श्रीकृष्णा पुरी पटना में प्रेस वार्ता कर नीतीश सरकार के बिजली विभाग में घोटाले को उजागर किया था और प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार से सवाल किया था कि आखिरकार सरकार बिहार में बिजली महंगी दरों पर क्यों बेच रही है ? जिसके जबाव में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने गलत तथ्यों को प्रस्तुत करते हुए पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार के उपभोक्ताओं को मिल रही बिजली की दर को न्यूनतम बताया है, जो सर्वथा भ्रामक और तथ्यहीन है। लोजपा रामविलास सुप्रीमों श्री चिराग ने ट्विट कर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री यादव के बयान को हास्यास्पद बताया है। श्री चिराग ने ट्विट में लिखा कि ऊर्जा मंत्री ने बिहार में घरेलु उपभोक्ताओं के लिए बिजली की अधिकतम दर 6.22 रू0 प्रति यूनिट बताया है, जबकि बिहार के उपभोक्ताओं के लिए आपूर्त्ति का यह दर न्यूनतम है बावजूद उपभोक्ताओं को इसके एवज में 7.30 रू0 प्रति यूनिट का भुगतान करना पड़ता है। इस संदर्भ में तुलनात्मक अध्ययन करें तो पश्चिम बंगाल में न्यूनतम दर 5.18 रू0, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में 3.35 रू0, गोवा में 1.60 रू0, सिक्किम में 1 रू0, तमिलनाडु में 1.5 रू0 जबकि उड़िसा में 3 रू0 है।

पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चिराग ने अपने ट्विट में प्रदेश के माननीय ऊर्जा मंत्री श्री यादव से दुर्गम राज्य हिमाचल, सिक्किम, उड़िसा, गुजरात जैसे राज्यों से भी तुलना करने की बात कही। श्री चिराग ने अपने ट्विट के माध्यम से माननीय मंत्री श्री विजेन्द्र प्रसाद यादव को अगाह किया कि ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव जी कृपया बिहारियों को झांसा देना बंद करें। उन्होंने आगे लिखा कि मंत्री जी आपका ये बयान कितना हास्यास्पद है कि बिहार में पड़ोसी राज्यों की तुलना में सस्ते दर पर बिजली उपलब्ध हो रही है। शायद आप और आपके अधिकारी अगर थोड़ा आंकड़ों की जानकारी प्राप्त कर लेते तो शायद ये बयान नहीं देते।

Loading