जनपथ न्यूज़ डेस्क
16 दिसंबर 2024
पटना: बिहार में परीक्षा पेपर लीक होने के कई मामले सामने आने के बाद सरकार अब एक्शन में नजर आ रही है I बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक की अफवाह उड़ाने की साजिश रची गई थी। इतना ही नहीं नॉर्मलाइजेशन को लेकर भी अभ्यर्थियों को भड़काया गया है। बिहार पुलिस को जांच में ऐसे सबूत मिले हैं। पुलिस मुख्यालय में आज एजीडी हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन और आर्थिक अपराध इकाई के DIG मानवजीत सिंह ढिल्लो ने पत्रकारों से बातचीत की। बिहार पुलिस की ओर से कहा गया कि राज्य के तीन बड़े कोचिंग के खिलाफ छात्रों को भड़काने साथ सरकार के विरोध में साजिश करने के सबूत मिले हैं। इनके खिलाफ जांच की जा रही है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई होगी।
बिहार पुलिस की ओर से यह भी बताया गया कि राज्य में कई ऑनलाइन एग्जाम सेंटरों को बड़े माफिया चला रहे हैं। कई तो सेल कंपनी बनाकर ऑनलाइन सेंटर चला रहे हैं और अवैध गतिविधि करते हैं। परीक्षा में गड़बड़ी करने के पीछे भी इनकी भूमिका रही है। इनकी जांच चल रही है। एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि सरकार ने इन मामलों को लेकर मॉडल एक्ट लागू किया है जिसके तहत राज्य में बिहार लोक परीक्षा अनुसूचित संधारण अधिनियम निवारण कानून लागू है। हाल ही में सीएचओ परीक्षा लीक मामले में यह कानून लागू किया गया है। ईओयू को और सुदृढ़ किया जा रहा है। कुंदन कृष्णन ने बताया कि एक डाटा बैंक बनाया जा रहा है जिसमें सभी संगठित गिरोहों की पूरी जानकारी होगी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो भी संगठित गिरोह परीक्षा के माध्यम से संपत्ति अर्जित करेंगे उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी ।
एडीजी कुंदन कृष्णन ने लोगों से भी परीक्षा में अनियमितता या किसी प्रकार की प्रश्न पत्र लीक की सूचना उपलब्ध कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भ्रामक समाचारों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि बिहार लोकसेवा आयोग का परीक्षा में कोई प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है। जिन केंद्रों पर हुड़दंग की घटना हुई है, उसमें जिला प्रशासन और पुलिस कार्रवाई करने को लेकर सक्षम है। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए ईआईयू कार्रवाई कर रही है।
पटना से राकेश कुमार की रिपोर्ट