वाल्मीकिनगर लोकसभा उपचुनाव के लिए अजय प्रकाश पाठक ने निर्दलीय पर्चा दाखिल नही किया।पार्टी हाई कमान के आश्वासन और कांग्रेस उम्मीदवार प्रवेश मिश्रा के निवेदन को श्री पाठक दर किनार ना कर सके और पर्चा दाखिल करने के फैसले को बदल दिया।
आज सुबह से ही श्री पाठक के आवास पर गहमा गहमी थी।हज़ारो की संख्या में समर्थक पहुँच चुके थे।पर्चा दाखिले की तैयारियों के बीच ही कांग्रेस उम्मीदवार प्रवेश मिश्रा श्री पाठक के घर पहुँचे और उनसे आग्रह किया कि वो घर आये मेहमान की बात को ना टाले।इसके अलावा पार्टी हाई कमान ने भी श्री पाठक को आश्वासन दिया कि पार्टी उनके सम्मान और कद का पूरा खयाल रखेगी।अजय प्रकाश पाठक का ये त्याग लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है।
मान मनौवल और आश्वासन का दौर दोपहर तक चलता रहा।श्री पाठक ने सबकी भावनाओ का पूरा सम्मान किया और अपने फैसले को वापस ले लिया।कार्यकर्ता भी इस त्याग से अभिभूत है।
आपको बता दें कि वाल्मीकिनगर उपचुनाव के लिए अजय प्रकाश पाठक का नाम लगभग तय माना जा रहा था पर अंतिम समय मे कांग्रेस ने प्रवेश मिश्र को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।लोगो की भावनाओ और कार्यकर्ताओ के प्रेम में आकर अजय प्रकाश पाठक ने निर्दलीय ही चुनावो में जाने का फैसला कर लिया था 19 को पर्चा दाखिल करने वाले थे।उनके चुनाव लड़ने की खबरों से कांग्रेस खेमा बैकफुट पर चला गया था।पर अब उनके फैसले से कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर है।चुनावो में इसका असर देखने को भी मिलेगा।