जनपथ न्यूज़ डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
30 अगस्त 2022
भागलपुर : जिले में इनकम टैक्स टीम ने बुधवार से शनिवार की देर शाम तक ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान 13 लोगों के 27 ठिकानों को खंगाला गया। गुंडा बैंक मामले की जांच के बीच में इनकम टैक्स की टीम ने भागलपुर के निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को भी जांच की जद में लिया। इस दौरान लगातार चार दिन राजेश वर्मा के घर में छापेमारी की गई। रविवार को फॉरेंसिक टीम ने मोबाइल का बैकअप लिया और सभी वापस हो गये। इस दौरान राजेश वर्मा के घर में एक कमरा सील कर दिया गया है।
*राजेश वर्मा के घर में लगातार चार दिनों तक छापेमारी*
इनकम टैक्स की टीम ने निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के घर में लगातार चार दिनों तक छापेमारी की। इस दौरान पूरे परिवार के मोबाइल फोन सीज कर लिये गये थे। आयकर विभाग की टीम जब वापस जाने लगी तो उन्होंने राजेश वर्मा के फोन को अपने साथ ले जाना उचित समझा लेकिन राजेश वर्मा के अनुरोध पर उन्हें उनका फोन तो दे दिया गया लेकिन तमाम बैकअप रख लिये गये। बता दे कि इसके लिए रविवार को फॉरेंसिक टीम बुलाई गई थी।
*राजेश वर्मा के घर में बंद कमरे का राज* राजेश वर्मा के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने कार्रवाई की है। इस दौरान आयकर विभाग को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और जरुरी कागजात व नकदी हाथ लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग की टीम ने तमाम दस्तावेजों और अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियों को राजेश वर्मा के ही घर के अंदर एक कमरे में सुरक्षित रख दिया है। इसे बाहर से सील कर दिया गया है। ताकि यहां अगर आयकर की टीम को उसकी जरुरत पड़े तो उसे ले जा सके। हालांकि, तमाम दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी कराकर साथ ले गये हैं।
*जमीन व आभूषण के कागजातों पर सवाल*
बता दे कि भागलपुर में जितने लोगों की जांच हुई है उनमें अधिकतर के पास से राजेश वर्मा से जुड़े कागजात बरामद हुए हैं। निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के चार बैंक लॉकर को सील कर टीम लौटी है। राजेश वर्मा के घर से 28 लाख रुपया कैश भी मिले थे। वहीं मेटल डिटेक्टर लेकर पहुंची टीम ने करीब 200 किलो चांदी जब्त किये हैं। आयकर टीम ने रेड समाप्त किया है लेकिन जांच जारी है। पूर्व डिप्टी मेयर को एक हफ्ते के अंदर जाकर जमीन व आभूषण के कागजातों को सही साबित करना है।
*जारी रहेगी कार्रवाई* आयकर सूत्रों की मानें तो सोमवार को बैंक खुलने के साथ लोकल अधिकारियों की टीम बैंकों में जाकर मामले से जुड़े लोगों के लेनदेन को खंगाले। वहीं, बैंक स्टेटमेंट भी कलेक्ट की। दरअसल, पहले ही बैंकों से स्टेटमेंट मांगा गया था। साथ ही मामले से जुड़े लोगों के घर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान पासबुक, चेकबुक आदि जब्त किया है।