जनपथ न्यूज डेस्क, पटना
8 जुलाई 2022

*_नई दिल्ली में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित कार्यक्रम को बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने वर्चुअल रूप से संबोधित किया*

आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष में अमृत महोत्सव के अवसर पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 5 वर्ष पूर्व 2017 में एक राष्ट्र एक टैक्स-जीएसटी के लागू हो जाने से व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में बहुआयामी परिवर्तन हुए हैं। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में शुरू की गई इस प्रणाली के तहत केंद्र और राज्यों के कई अप्रत्यक्ष करों को समाहित करते हुए पूरे भारतवर्ष के लिए एक प्रकार के करारोपण की व्यवस्था की गई।

उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के पश्चात् विगत वर्षों में व्यवसाय और उद्योग जगत की सहूलियत हेतु एवं उनकी कठिनाइयों को दूर करने के लिए समय-समय पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जीएसटी परिषद् की सिफारिशों के आलोक में समय-समय पर विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं पर लगने वाले जीएसटी की दरों में संशोधन किए गए। छोटे करदाताओं को राहत देने हेतु कई विशेष उपाय किए गए। वार्षिक विवरणी से छूट, कंपोजीशन के करदाताओं के लिए साल में केवल एक बार सरल विवरण एवं अन्य छोटे करदाताओं को त्रैमासिक रिटर्न एवं मासिक कर भुगतान का विकल्प उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। कोविड महामारी के कारण आम जनता को हो रही कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए कोविड के इलाज में प्रयुक्त होने वाली दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों पर कर दरों में कटौती की गई।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी प्रणाली के तहत 5 वर्षों में राजस्व संग्रहण के आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि अप्रत्यक्ष करों में सुधार हेतु लागू की गई यह व्यवस्था स्टेबलाइज हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2017 के बाद प्रारंभिक महीनों में जहां जीएसटी का संग्रहण 92000 करोड़ रुपए प्रतिमाह था, वही पिछले 6 माह के आंकड़े में यह बढ़कर 140000 करोड़ रुपए प्रतिमाह के स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में बिहार में वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड राजस्व संग्रहण किया गया है। वाणिज्य-कर विभाग के कर संग्रहण के लक्ष्य 30550 करोड़ रुपए के विरुद्ध 35846 करोड रुपए का अभूतपूर्व राजस्व संग्रहण हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में जीएसटी मद में 18.04 प्रतिशत जबकि नॉन-जीएसटी मद में 4.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा विभाग ने पुराना बकाया के निपटान हेतु लाई गई वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम को भी विगत वर्ष माह सितंबर 2021 तक विस्तार किया।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के ऐसे प्रयासों का सकारात्मक असर हुआ है एवं विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वाणिज्य-कर विभाग कर संग्रहण के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहा है, जो बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने फिक्की द्वारा आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के विषय में आयोजन कर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नियमित अंतराल पर होते रहना चाहिए ताकि करारोपण के प्रयासों को नई ऊर्जा एवं उत्साह का संचार हो।

इस मौके पर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, वित्त मंत्रालय में जीएसटी सदस्य श्री डीपी नागेंद्र कुमार, फिक्की के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री शुभ्रकांत पांडा, टैक्सेशन कमेटी के को-चेयरमैन श्री राजीव दीमरी, एक्सक्यूटिव एडवाइजर श्री डी.डी. गोयल, पी एंड जी. इंडिया के ग्रुप टैक्स हेड श्री प्रशांत भटनागर, सिपला लिमिटेड के टैक्स हेड श्री राहुल वर्मा सहित देश के प्रतिष्ठित उद्योग एवं वाणिज्यिक कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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