पटना.मुफ्त में सब्जी नहीं देने पर नाबालिग को जेल भेजने के मामले में आरोपी 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित पुलिसवालों में अगमकुआं और बाईपास थाना के दो थाना अध्यक्ष भी शामिल हैं। इसके साथ ही पूरे अगमकुआं थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। तत्कालीन एएसपी हरिमोहन शुक्ला के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया है और पूछा गया है कि क्यों न आपको सस्पेंड कर दिया जाए। हरिमोहन के जवाब के बाद उनपर कार्रवाई होगी। हरिमोहन को 48 घंटे के अंदर जवाब देना है।
बच्चे को भेजा जाएगा रिमांड होम
जोनल आईजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि पटना एसएसपी को बच्चे पर दर्ज केस और इसमें पुलिस की कार्रवाई की फिर से जांच करने का आदेश दिया गया है। वहीं, पटना के बेउर जेल में बंद नाबालिग को रिमांड होम में भेजने का फैसला किया गया है। मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड नाबालिग के असली उम्र को सत्यापित करेगी।
गौरतलब है कि पुलिस पर आरोप लगा था कि उसने बच्चे को फ्री में सब्जी नहीं देने के चलते झूठे केस में फंसाया और 19 मार्च को जेल भेज दिया। मामला मीडिया में आने पर 22 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो दिन में जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। जोनल आईजी नैयर हसनैन खान की अध्यक्षता में गठित 3 सदस्यीय टीम ने मामले की जांच की थी। सोमवार को उन्होंने रिपोर्ट पेश की और कहा कि मुफ्त में सब्जी देने की बात का कोई सबूत नहीं मिला है। इस बात की पुष्टि जरूर हुई है कि नाबालिग की गिरफ्तारी उसके घर से ही हुई थी। नाबालिग पर जो आरोप लगे थे वे गलत निकले।