जनपथ न्यूज़:-  पटना छह दिन तक पुलिस के साथ लुकाछिपी के बाद बिहार के मोकामा विधायक अनंत सिंह ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में शुक्रवार को सरेंडर कर दिया। अनंत सिंह के बाढ़ में लदमा स्थित घर से पुलिस ने 16 अगस्त को छापा मारकर एक एके-47 राइफल, दो ग्रेनेड और गोलियां बरामद की थी। 17 अगस्त की रात पुलिस ने अनंत सिंह की गिरप्तारी के लिए पटना स्थित उनके आवास पर छापा मारा था, लेकिन वह फरार हो गए थे। अनंत को पटना लाने के लिए पुलिस दिल्ली रवाना होगी।
फरारी के दौरान अनंत सिंह ने तीन वीडियो जारी किए। तीनों वीडियो में उन्होंने कहा था कि मैं कोर्ट में सरेंडर करूंगा। गुरुवार को जारी किए गए तीसरे वीडियो में अनंत सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे घर पर हथियार रखवाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि पुलिस की साजिश है कि मेरे हाथ में हथियार रखकर गिरफ्तारी दिखाए।
16 अगस्त को पुलिस ने की थी छापेमारी
लदमा स्थित अनंत सिंह के घर पर 16 अगस्त को पुलिस ने छापेमारी की थी। पुलिस ने एके-47, दो हैंड ग्रेनेड व 26 कारतूस बरामद किए थे। एके-47 प्लास्टिक के साथ कार्बन से पैक थी। कार्बन से इसलिए पैक किया गया था ताकि शिफ्ट करने के दौरान अगर वाहन की जांच हो तो पुलिस और मेटल डिटेक्टर की पकड़ में न आए। इसके बाद पुलिस ने विधायक और उनके केयरटेकर सुनील राम के खिलाफ यूएपी एक्ट, आर्म्स एक्ट व विस्फोटक अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के केस दर्ज किया था। पुलिस ने सुनील को तो गिरफ्तार कर लिया पर था।
17 अगस्त को फरार हुए थे अनंत सिंह 
पुलिस ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए 17 अगस्त की देर रात करीब डेढ़ बजे उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की थी। रात 2:30 बजे के बाद भी पुलिस उनके आवास को खंगालती रही थी। विधायक अपने आवास पर नहीं मिले थे। वह शाम को वकील से मिलने की बात कहकर होंडा सिटी कार से निकल गए थे। तभी से फरार हो गए थे।
यूएपी एक्ट के पहले आरोपी हैं अनंत सिंह
अनंत सिंह पर यूएपीए की धारा-13, विस्फोटक अधिनियम और आईपीसी की धारा 414, 120 बी के तहत बाढ़ थाने में केस दर्ज किया गया। हाल में संसद ने यूएपी एक्ट में संशोधन किया है। संशोधन के बाद बिहार में अनंत सिंह पहले आरोपी हैं।
हत्या के मामले में 2015 में हुए थे गिरफ्तार
बाढ़ के पुट्टुस यादव मर्डर केस में अनंत सिंह 23 जून 2015 को गिरफ्तार हुए थे। 17 जून की रात बाढ़ से चार युवकों को अगवा किया गया था। तीन तो वापस आ गए थे, लेकिन चौथे युवक पुट्टुस यादव की लाश लदवांपाल इलाके से मिली थी। पुट्टुस यादव मर्डर केस में विधायक का नाम उछला था। गिरफ्तार लोगों में से कुछ ने विधायक अनंत सिंह का नाम लिया था। गिरफ्तारी के समय पुलिस को अनंत सिंह के घर से खून से सना कपड़ा और प्रतिबंधित हथियार मिले थे। अनंत सिंह के घर से पुलिस ने इंसास राइफल की 6 खाली मैगजीन और बुलेटप्रूफ जैकेट बरामद किया था।
नीतीश के करीबी थे बाहुबली अनंत सिंह
मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह की गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में होती है। अनंत कभी नीतीश के करीबी थे। वह 2005 में पहली बार जदयू के टिकट से चुनाव जीते। 2010 में भी वह जदयू के विधायक बने। 2015 के चुनाव से पहले हत्या के एक मामले में जेल जाना पड़ा। इस दौरान जदयू ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। जेल से ही अनंत सिंह ने चुनाव लड़ा और निर्दलीय विधायक बने।

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