सीट को लगी लंबी लाइन

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
26 मार्च 2023

भागलपुर : रेलवे स्टेशन पर पिछले पांच सालों में यात्रियाें की संख्या डेढ़ गुनी हाे गई है, लेकिन उस हिसाब से ट्रेनाें की संख्या नहीं बढ़ी है। पांच साल पहले यहां से करीब 10 हजार यात्री राेज ट्रेन पकड़ते थे। अब इसकी संख्या करीब 15-20 हजार हाे गई है। अभी हालत यह है कि लंबी दूरी से लेकर पैसेंजर ट्रेनाें में यात्रियाें काे सीट नहीं मिल पाती है। दिल्ली जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस की जनरल बाेगी में चढ़ने के लिए राेज यात्रियाें की लंबी लाइन लगती है। शनिवार काे भी यही हालत रही।
काेराेनाकाल में बंद हुई भागलपुर हाेकर सियालदह से वाराणसी जाने वाली अपर इंडिया, हावड़ा-राजगीर पैसेंजर व भागलपुर-दिल्ली साप्ताहिक एक्सप्रेस अब तक शुरू नहीं हाे पाई है। हालांकि इस बीच भागलपुर से जयनगर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई है। गाेड्डा से दिल्ली जाने वाली साप्ताहिक हमसफर व जमालपुर से हावड़ा जाने वाली कविगुरु एक्सप्रेस भी भागलपुर हाेकर चली है। लेकिन अगर संख्या के हिसाब से जाेड़ें ताे जितनी ट्रेनें नई मिली हैं, उतनी ही बंद भी हाे गयी हैं।

*लंबी दूरी की ट्रेनाें में 100 से अधिक वेटिंग*: इन पांच सालाें में स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में ताे वृद्धि हुई है, लेकिन ट्रेन नहीं बढ़ने से लाेगाें काे दिक्कत हाे रही है। सबसे ज्यादा परेशानी त्याेहार के समय में हाेती है। हाेली के बाद अपने काम पर लाैटने वालाें काे अब भी टिकट नहीं मिल रहा है। दिल्ली, बेंगलुरू व मुंबई जाने वाली ट्रेनाें में वेटिंग चल रहा है। भागलपुर हाेकर अभी 46 ट्रेनें चलती है। इनमें 20 ट्रेन भागलपुर से खुलती है। इनमें पैसेंजर, एक्सप्रेस, मेल व डीएमयू सभी शामिल हैं।

भागलपुर से दिल्ली जाने वाली विक्रमशिला, फरक्का, गरीबरथ व ब्रह्मपुत्र के स्लीपर में 31 मार्च तक औसतन 100 से अधिक वेटिंग है। जबकि थर्ड एसी औसतन 50 से अधिक वोटिंग है। बेंगलुरू जाने वाली अंग एक्सप्रेस के स्लीपर में 5 अप्रैल तक 50 से अधिक वेटिंग है। जबकि भागलपुर-सूरत के स्लीपर में 3 अप्रैल तक 50 से अधिक वेटिंग है। भागलपुर-एलटीटी के स्लीपर में 31 मार्च तक 75 से अधिक वेटिंग है।

*भागलपुर हाेकर राजधानी चलाने का प्रस्ताव बाेर्ड में लंबित*: भागलपुर होकर राजधानी एक्सप्रेस चलाने की मांग कई सालों से की जा रही है, लेकिन इस पर केवल आश्वासन ही मिल पा रहा है।

बरौरी-लखनऊ व पटना-पुणे एक्सप्रेस का भागलपुर तक विस्तार करने का प्रस्ताव मालदा डिवीजन ने रेलवे बाेर्ड काे भेजा था, लेकिन उसपर अब तक काेई निर्णय नहीं हाे पाया है। भागलपुर के रास्ते सियालदह जाने वाली अपर इंडिया एक्सप्रेस इस रूट की सबसे पुरानी ट्रेन थी। कोरोनाकाल में इसे बंद कर दिया गया था। इस ट्रेन से व्यापारी बनारस से सामान मंगवाते थे। चेंबर व जेडयूआरसी के सदस्य इसे चलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हाे पायी है।

*रेलवे बाेर्ड लेता है नई ट्रेन चलाने का निर्णय*: इस बाबत रेलवे के सीनियर डीसीएम पवन कुमार ने बताया कि नई ट्रेन चलाने का निर्णय रेलवे बाेर्ड लेता है। भागलपुर हाेकर राजधानी चलाने का प्रस्ताव बाेर्ड काे पहले ही भेजा जा चुका है। उसपर बाेर्ड ही निर्णय लेगा।

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