जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
2 फरवरी 2023

भागलपुर : केंद्र सरकार ने आम बजट में बिहार को एक बार फिर से ठगने का काम किया है। इससे पहले जिस तरह भाजपा की सरकार फासीवादी पार्टी बनकर देश के लोगों को गुमराह करती रही है, उसी तरह उन्होंने बिहार के साथ जुमलेबाजी की है।
उक्त बातें भागलपुर जिला के समाजसेवी एवं जदयू नेता सह सलाहकार समिति के प्रदेश सदस्य संजय साह ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही। उन्होंने कहा कि इसमें सिर्फ जुमलेबाजी की गई है, जो वर्ष 2014 से ही देश की जनता के साथ लगातार जारी है।
जदयू नेता संजय साह ने कहा कि 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार ने कहा था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। 2022 में सबको आवास देंगे। 2022 तक 80 करोड़ लोगों को नौकरी और रोजगार देंगे। अब 2023 भी आ चुका है लेकिन इनकी जुमलेबाजी की आदत अबतक नहीं गयी है। भाजपा को 100% सांसद देने वाले बिहार को भाजपाइयों ने बजट में फिर से ठगने का काम किया है।

जदयू नेता संजय शाह ने कहा कि बिहार सरकार ने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाएं तो अनुच्छेद 39 को एक बार जरूर देख लें। बावजूद इसके संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला वे बजट बनाते हैं तो इससे देश की जनता को कुछ हासिल नहीं होगा। रोजगार के लिए इस बजट लें महज गोल-मटोल बातें की गई हैं। उन्होंने इस बजट को खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया हुआ बजट बताया।
बजट का विरोध करने वालों में युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव राकेश ओझा, जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष अर्जुन शाह, पूर्व महानगर अध्यक्ष सुड्डू साईं, पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत मंडल, जिलाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह, मृत्युंजय कुशवाहा, दुर्गेश साह, विरेन्द्र कुमार वीरू, नाथनगर प्रखंड अध्यक्ष ललन कुशवाहा, इन्द्रप्रकाश मंडल, नवीन सिंह, शमीम रिजवी, रुबी देवी, रेखा देवी, कुंदन कुमार, पंकज रजक आदि ने भी इस बजट को जुमलेबाजी बताया और कहा कि देश में यह पहली सरकार है, जिससे समाज का कोई भी तबका खुश नहीं है।

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