महाजाम से पटना की हवा में जहर घुलता जा रहा है। प्रदूषण के कारण सुबह आसमान में धुंध भी अधिक दिख रही है। सेहत को लेकर यह काफी खराब है। सांस लेने में भी लोगों को तकलीफ हो रही है। अस्पतालों में सांस के रोगियों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। हर मरीज में कोरोना का खतरा दिख रहा है।
पटना में बढ़ता जा रहा है खतरा
पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स हर दिन बढ़ता जा रहा है। गुरुवार दोपहर यह 326 पहुंच गया। दो दिनों 100 तक बढ़ोत्तरी हुई है। डीआरएम कार्यालय दानापुर में हवा सबसे प्रदूषित हैं, यहां का इंडेक्स 409 तक पहुंच गया है। वहीं आईजीएससी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 381 है। मुरादपुर का 275, राजवंशी नगर का 310 और राजकीय विद्यालय शिकारपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 310 है। पूरे पटना का 326 है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड पटना की हवा को काफी खराब बता रहा है और इसे सेहत के लिए जहर कहा जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह मास्क का प्रयोग करें।
जाम के कारण हर दिन बिगड़ रही हवा
पर्यावरण पर काम करने वाले सनी का कहना है कि प्रदूषण के कारण हवा में जहर घुल रहा है। दीपावली में भी इतनी खराब हवा नहीं हुई थी जितनी जाम के कारण हो रही है। वाहनों का दबाव बढ़ने के कारण ही प्रदूषण बढ़ रहा है। सावधानी से ही इस जहर से बचा जा सकता है। मास्क का प्रयोग किया जाए और मॉर्निंग वॉक पर जोर दिया जाए।
सांस के रोगियों से अस्पतालों की ओपीडी फुल
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में अचानक से सांस के रोगियों की भीड़ बढ़ गई है। हर दिन ओपीडी फुल चल रही है। संस्थान के छाती रोग विशेषज्ञ डॉ शंकर का कहना है कि प्रदूषण और ठंड दोनों बड़ा कारण है सांस के मरीजों के लिए। उनका कहना है कि सांस के मरीजों को कई तरफ सेहत की मार पड़ी रही है। ऐसे मरीजों को ठंड के साथ प्रदूषण का भी खतरा है। इसके साथ ही कोरोना तो उनके लिए काल बनकर आ रहा है। मरीजों की ओपीडी हर दिन फुल है। मरीजों को वेटिंग करना पड़ रहा है, क्योंकि एक दिन में 100 की ही ओपीडी चल रही है। पटना मेडिकल कॉलेज के साथ एनएमसीएच व अन्य अस्पतालों में भी ओपीडी अचानक से 20 से 25 प्रतिशत बढ़ गई है। डॉ. गौतम मोदी का कहना है कि मौजूदा समय में ठंड और प्रदूषण के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। कोरोना जैसा ही लक्षण मरीजों में देखने को मिल रहा है।
मास्क से हो सकती है दोहरी सुरक्षा, कोरोना के साथ हवा से भी होगा बचाव
डॉक्टरों को कहना है कि मौजूदा समय में जो हालात हैं उसमें मास्क का प्रयोग काफी कारगर है। प्रदूषण के कारण सांस में समस्या हो रही है। मास्क लगाने से कोरोना और प्रदूषण दोनों से बचाव होगा। आईजीआईएमएस के टीबी विभाग के एचओडी डॉ. शंकर का कहना है मास्क को लेकर लोगों की लापरवाही भारी पड़ रही है। हर किसी को मास्क का प्रयोग करना चाहिए और एक्सरसाइज पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मास्क नहीं लगाने वालों में कोरोना के साथ मौसम और प्रदूषित हवा की मार पड़ रही है।