*संविधान से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं*

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
16 जनवरी 2023

बिहार सरकार के राजद कोटे से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान के बाद पहली बार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपना मुंह खोला है। एक तरह से तेजस्वी यादव ने अपने मंत्री का बचाव करते हुए पूरे मामले को दूसरी तरफ मोड़ दिया। तेजस्वी यादव ने इस पूरे प्रकरण के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रविवार को कहा है कि यह भाजपा की साजिश है और इसी की वजह से इस मसले को बड़ा किया जा रहा है।

*नीतीश कुमार को मिल रहा है प्रलोभन*: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा जब से सत्ता से गई है या उससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तरह-तरह का प्रलोभन देती रही है। वह उन्हें कभी उपराष्ट्रपति बनाने की बात कहते थे, तो कभी राज्यपाल बनाने की बात कहते थे। कभी तो वे उन्हें केंद्र सरकार में ले जाकर मंत्री बनाने की बात कहा करते थे। लेकिन, उनकी सच्चाई अब सामने आ चुकी है।
तेजस्वी यादव ने जोर देते हुए कहा कि महागठबंधन में दोस्त सिर्फ दो नेता हैं लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। इसके अलावा यदि कोई भी बयान इधर-उधर देता है तो उनका कोई मतलब नहीं है। जनता लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के साथ है, बयानवीरों के साथ कतई नहीं।

*सबसे बड़ा ग्रंथ संविधान*: डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि देश में सबसे बड़ा ग्रंथ संविधान है। संविधान के मुताबिक ही देश चलता है और उससे बड़ा कोई ग्रंथ नहीं है। रामचरित मानस का नाम न लेते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं। लेकिन, संविधान ये भी कहता है कि सब को बोलने और अपनी बात रखने की आजादी है.इससे कोई बड़ी बात नहीं है।

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जब से यह मुद्दा आया है, तब से भाजपा को लग रहा है कि उन्हें सबसे बड़ा मुद्दा मिल गया है। वह इसे छोड़ना नहीं चाहते हैं.कुछ नेता बाहर से आकर यहां ट्रेनिंग देकर गए हैं। लेकिन, बिहार की जनता सब कुछ जानती और सब कुछ समझती है।

*हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे पर आएगी भाजपा*: धर्म का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा आज इस मुद्दे पर है कल हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे पर आ जाएगी और परसों ईडी के मुद्दे पर आ जाएगी। इसके बाद भाजपा कहेगी कि तेजस्वी यादव के पास ज्यादा संपत्ति है छापेमारी करो। लेकिन, बिहार की जनता सब कुछ जानती है। हमलोग बिहार में रोजगार, शिक्षा, विकास के मुद्दे पर काम करने आए हैं और हम लोग काम कर भी रहे हैं।

गौरतलब है कि बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर ने मनु स्मृति और रामचरित मानस को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया है। उन्होंने कहा था कि- रामचरित मानस समाज में दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है और उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है।

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