जनपथ न्यूज़ पटना. सरकारी नौकरियों में प्रमोशन में आरक्षण पर मचे बवाल के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को ट्वीट कर बिना नाम लिए भाजपा पर तंज कसा है। लालू ने ट्वीट कर लिखा कि हम कहते हैं कि पहले बीमारी खत्म करो लेकिन वो कहते हैं कि पहले इलाज खत्म करो। आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियां खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? इसलिए कि जातियां उन्हें श्रेष्ठ बनाती हैं। ऊंचा स्थान देकर बेवजह उन्हें स्वयं पर अहंकार करने का अवसर देती है।
आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियाँ खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? इसलिए कि जातियाँ उन्हें श्रेष्ठ बनाती हैं, ऊँचा स्थान देकर बेवजह उन्हें स्वयं पर अहंकार करने का अवसर देती है।
हम कहते है पहले बीमारी ख़त्म करो लेकिन वो कहते है नहीं पहले इलाज ख़त्म करो।— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) February 10, 2020
बता दें कि सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण को मौलिक अधिकार न बताने वाले सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले के खिलाफ सियासी सरगर्मी शुरू हो गई है। सोमवार को कांग्रेस और माकपा समेत विपक्षी दलों ने लोकसभा में हंगामा किया। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा आरक्षण के खिलाफ है। वह आरक्षण को संविधान से निकालना चाहती है। वे चाहते हैं कि एससी/एसटी कैटेगरी कभी आगे न बढ़े और यह जो कहा गया है कि आरक्षण मौलिक अधिकार ही नहीं है, ये भाजपा की साजिश है।
सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में क्या कहा था?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी नौकरियों में प्रमोशन के लिए कोटा या आरक्षण की मांग करना मौलिक अधिकार नहीं है। जस्टिस एल नागेश्वर राव और जस्टिस हेमंत गुप्ता की बेंच ने शुक्रवार को कहा था कि सरकारी सेवा में कुछ समुदायों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व न दिए जाने का आंकड़ा सामने लाए बिना राज्य सरकारों को ऐसे प्रावधान करने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। यह राज्य सरकार के विवेक पर निर्भर करता है कि उन्हें प्रमोशन में आरक्षण देना है या नहीं? कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार की अपील पर यह टिप्पणी की थी।