प्रमोद भगत टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास, बैडमिंटन में पैरालिंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने……..
Edited by: राकेश कुमार
जनपथ न्यूज
सितम्बर 5, 2021
दुनिया के नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। बिहार के हाजीपुर के रहने वाले प्रमोद भगत बैडमिंटन में पैरालिंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए।
शनिवार को प्रमोद भगत ने बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल3 फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के वर्ल्ड नंबर-2 डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से हराया। आपको बता दें कि एसएल3 क्लास में उन खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की अनुमति होती है जिनके पैर में विकार हो। इससे पहले दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और एशियाई चैम्पियन 33 वर्ष के भगत ने जापान के दाइसुके फुजीहारा को 36 मिनट में 21-11, 21-16 से हराया। स्वर्ण पदक के मुकाबले में पहुंचने वाले भगत पहले भारतीय बने थे।
प्रमोद भगत के पिता रामा भगत गांव में रहकर खेती करते थे। प्रमोद जब चार साल के थे तो पोलियो की वजह से उनका बायां पैर खराब हो गया था। पिता की बहन किशुनी देवी की खुद की कोई संतान नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपने नन्हें भतीजे को गोद ले लिया और अपने साथ भुवनेश्वर ले आई और प्रमोद भगत ओड़िशा की राजधानी में ही पढ़ाई करने लगे।
टोक्यो पैरालम्पिक में भारत को चौथा स्वर्ण पदक दिलाने के बाद भगत ने कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत विशेष है, मेरा सपना सच हो गया। बेथेल ने बहुत कोशिश की, लेकिन मैं संयमित रहा और अपना बेहतर खेल दिखाया। मैं इस पदक को अपने माता-पिता और हर उस व्यक्ति को समर्पित करना चाहूंगा जिसने मेरा समर्थन किया। मैं खुश हूं कि मैं भारत को गौरवान्वित कर सका।
गोल्ड मेडल जीतने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके प्रमोद को बधाई दी। उन्होंने लिखा, ‘प्रमोद ने पूरे देश का दिल जीता है। वह एक चैंपियन हैं, जिनकी सफलता करोड़ों लोगों को प्रेरणा देगी। उन्होंने गजब का जज्बा और धैर्य दिखाया। बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीतने पर उनको बधाई। भविष्य के लिए उनको ढेरों शुभकामनाएं।