पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल (Sanjay Jaisawal) ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha election) में इस बार कोई मुकाबला नहीं है. एनडीए क्लीनस्वीप करेगी.
बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने आज यहां कहा कि शहर से लेकर गांव तक हर जगह विकास की चर्चा है. चर्चा है हर गांव और हर टोला तक पहुंची सड़क की, निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की. पिछले 15 वर्षों में बिहार में जो विकास हुआ है, उसे प्रदेश का हर व्यक्ति महसूस कर रहा है इसलिए प्रदेश की जनता एक बार फिर राज्य में एनडीए की सरकार ही चाहती है.
विपक्षी गठबंधन पर प्रहार करते उन्होंने कहा कि राज्य की जनता देख रही है कि विपक्षी गठबंधन ने किस तरह पिछड़े वर्ग से आने वाले दो नेताओं का अपमान किया गया. इस अपमान का बदला लोग जरूर लेंगे. पिछड़ों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाला ‘लालटेन’ अब सामंतवादी ‘हाथ’ के कब्जे में है. ‘हाथ’ के आगे ‘लालटेन’ नतमस्तक है.
डॉ. जायसवाल ने कृषि सुधार कानून की चर्चा करते हुए कहा कि कृषि सुधार कानून से किसानों के जीवन में बड़ा सकारात्मक परिवर्तन होगा. कृषि कानून का विरोध कर रही कांग्रेस ने किसानों का हित कभी नहीं चाहा. कांग्रेस चाहती है कि अन्नदाता अन्न के लिए स्वयं तरसते रहें.
किसान कांग्रेस की मंशा को समझते हैं. कांग्रेस कृषि कानून के खिलाफ भ्रम फैलाने की कोशिश में कामयाब नहीं होगी. उसके झूठे का पर्दाफाश जल्द होगा.
बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने आज यहां कहा कि शहर से लेकर गांव तक हर जगह विकास की चर्चा है. चर्चा है हर गांव और हर टोला तक पहुंची सड़क की, निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की. पिछले 15 वर्षों में बिहार में जो विकास हुआ है, उसे प्रदेश का हर व्यक्ति महसूस कर रहा है इसलिए प्रदेश की जनता एक बार फिर राज्य में एनडीए की सरकार ही चाहती है.
विपक्षी गठबंधन पर प्रहार करते उन्होंने कहा कि राज्य की जनता देख रही है कि विपक्षी गठबंधन ने किस तरह पिछड़े वर्ग से आने वाले दो नेताओं का अपमान किया गया. इस अपमान का बदला लोग जरूर लेंगे. पिछड़ों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाला ‘लालटेन’ अब सामंतवादी ‘हाथ’ के कब्जे में है. ‘हाथ’ के आगे ‘लालटेन’ नतमस्तक है.
डॉ. जायसवाल ने कृषि सुधार कानून की चर्चा करते हुए कहा कि कृषि सुधार कानून से किसानों के जीवन में बड़ा सकारात्मक परिवर्तन होगा. कृषि कानून का विरोध कर रही कांग्रेस ने किसानों का हित कभी नहीं चाहा. कांग्रेस चाहती है कि अन्नदाता अन्न के लिए स्वयं तरसते रहें.
किसान कांग्रेस की मंशा को समझते हैं. कांग्रेस कृषि कानून के खिलाफ भ्रम फैलाने की कोशिश में कामयाब नहीं होगी. उसके झूठे का पर्दाफाश जल्द होगा.