इस वक्त की बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के दोषी रामनुज ठाकुर की तिहाड़ जेल में मौत हो गई है. रामनुज मुख्य दोषी ब्रजेश ठाकुर का मामा लगता था. रामनुज शेल्टर होम में रहने वाली लड़कियों के साथ रेप करता था.
तिहाड़ में मौत
बताया जा रहा है कि रामनुज की उम्र 70 साल के करीब थी. उनकी मौत नेचुरल बतायी जा रही है. वह तिहाड़के जेल नंबर 3 में बंद था. रामनुज पर शेल्टर होम में रहने वाले लड़कियों के साथ रेप करने का आरोप था. जिसके बाद इसको सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था. फरवरी 2019 में रामनुज को तिहाड़ लाया गया था. साकेत कोर्ट ने सुनवाई के बाद आजीवन कारावास के साथ 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था.
शेल्टर होम में होता था शोषण
मई 2018 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम को लेकर एक रिपोर्ट बिहार सरकार को सौंपी थी. उसमें बताया गया था कि शेल्टर होम में रहने वाले लड़कियों के साथ यौन शोषण हो रहा है. यह सिललिसा कई सालों से चल रहा था. जब इस रिपोर्ट के बारे में खुलासा हुआ तो बिहार की राजनीति में हड़कंप मच गया. फजीहत के बाद जांच शुरू हुई, लेकिन इससे विपक्ष संतुष्ट नहीं था. इसकी जांच सीबीआई ने शुरू की. इसमें कुल 20 आरोपियों में से 19 को दोषी पाया था. इस शेल्टर होम को चलाने वाला ब्रजेश ठाकुर भी लड़कियों के साथ रेप करता था. यही यहां पर कई नेता और अधिकारी भी पहुंचते थे. इनलोगों को खुश करने के लिए ब्रजेश लड़कियों को भेजता था. नेता और अधिकारी लड़कियों के साथ रेप करते थे. शेल्टर होम चलाने के नाम पर ब्रजेश सरकार से मोटी रकम लेता था. इस केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट कई बार बिहार सरकार और सीबीआई को फटकार लगाई थी.  सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के बाद बिहार के 16 शेल्टर होम के मामलों को सीबीआई जांच का आदेश दिया था. इस केस की सुप्रीम कोर्ट मॉनिटरिंग भी कर रहा था. मुुख्य आरोपी ब्रजेश भी फिलहाल तिहाड़ में बंद है.

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