2020 में जदयू साथ रही फिर भी भाजपा हार गई, यानि जिधर जदयू

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
13 नवंबर 2022

भागलपुर : बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट पर हो रहे उप चुनाव में महागठबंधन ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। राजद विधायक अनिल साहनी की सदस्यता खत्म होने के बाद अब उप चुनाव हो रहे हैं। वैसे तो कुढ़नी राजद की सीटिंग सीट है, लेकिन इस उप चुनाव में तेजस्वी यादव ने यह सीट अपने सहयोगी दल जदयू के लिए छोड़ दी है। नीतीश कुमार के आग्रह पर लालू प्रसाद यादव ने यह सीट जदयू को दे दिया है। जदयू ने वहां से मनोज कुशवाहा को उतारने का ऐलान भी कर दिया है। जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में महागठबंधन के नेताओं की मौजूदगी में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने यह ऐलान किया है। पिछले दो विधानसभा चुनावों की बात करें तो जिधर जदयू होती है उनके कैंडिडेट हारते रहे हैं। 2015 में जदयू-राजद का गठबंधन होने के बाद भी जदयू ने वो सीट गवां दी थी। वहीं 2020 में जदयू का भाजपा से गठबंधन था। इसके बाद भी भाजपा प्रत्याशी की हार हो गई थी।

मनोज कुशवाहा पर जदयू ने लगाया है दांव :विधानसभा की कुढ़नी सीट से जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा होंगे। विस चुनाव 2020 में राजद उम्मीदवार अनिल साहनी ने भाजपा प्रत्याशी केदार गुप्ता को महज 712 मतों से पराजित किया था। तब राजद प्रत्याशी को 78549 मत मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा को 77837 वोट पर संतोष करना पड़ा था। इस तरह से इस चुनाव में जदयू का सहयोग मिलने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी की हार हो गई थी। वहीं तीसरे नंबर पर रहे रालोसपा उम्मीदवार रामबाबू सिंह को 10 हजार 7 वोट मिले थे।

2015 में जदयू-राजद साथ-साथ थे, फिर भी भाजपा की हुई थी जीत : आईये हम यहां पर 2015 विधानसभा चुनाव की बात कर लेते हैं। 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का लालू प्रसाद की पार्टी राजद से गठबंधन था और कुढ़नी सीट जदयू के खाते में गई थी। राजद का सहयोग मिलने के बाद भी जदयू वो सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी थी। जैसे 2020 के चुनाव में जदयू का साथ मिलने के बाद भाजपा प्रत्याशी जीतने में कामयाब नहीं हो सके थे। 2015 में भाजपा के उम्मीदवार केदार गुप्ता को 73227 मत मिले थे। वहीं, जदयू के मनोज कुमार सिंह(कुशवाहा) को 61657 मत मिले थे और इस तरह से 11570 मतों से जदयू उम्मीदवार मनोज सिंह की हार हो गई थी।

उप चुनाव में 2015 वाले राजनीतिक हालात : 2022 उप चुनाव में एक बार फिर 2015 वाली स्थिति बनी हुई है। भाजपा के साथ इस बार सिर्फ लोजपा है। नीतीश कुमार अब तेजस्वी यादव के साथ हैं। जदयू ने मनोज कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। राजद समेत महागठबंधन के साथी मनोज कुशवाहा को जीताने की कोशिश करेंगे। वहीं, भाजपा अपने पुराने उम्मीदवार केदार गुप्ता पर दांव लगायेगी या किसी दूसरे कैंडिडेट को उतारती है, यह अब तक साफ नहीं हो सका है।

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