जनपथ न्यूज़ डेस्क
30 जुलाई 2024
भारत सरकार के पुर्व नौकरशाह तथा बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने मिडिया से बात करते हुए बताया कि नरकटियागंज अनुमंडलीय चिकित्सालय में ईलाज कारगर नहीं हो रहा है। एक तो डॉक्टरों की संख्या अधिक नहीं है दूसरी जो है वो ड्यूटी से गायब रहते हैं। अस्पताल की कुव्यवस्था यह है कि ना तो जांच सही होता न ही मेडिकल कॉम्प्लिकेशन की सुव्यवस्थित ईलाज होता है। इन्फ्रास्ट्रक्चर भी जीर्ण शीर्ण है।अस्पताल भवन बहुत पुराना है और उसका नवीकरणीय करना जरूरी है।परिसर में स्वछता बहुत ही खराब है।
गर्भवती महिलाओं को आयरन,और कैल्शियम जांच के उपरांत देने की सरकार की निर्देश प्रणाली है लेकिन गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम नहीं मिलता साथ ही उनके जांच की भी व्यवस्था नहीं है। रिकॉर्ड किपिंग भी नही है। ठीक उसी तरह 5 साल तक के बच्चों को कुपोषण से बचाव के लिए आईएफए सिरप देने की गाइडलाइन है परंतु नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में एक तो बाल रोग के डॉक्टर बैठते नहीं और बच्चों का कुपोषण प्रबंधन भी नहीं होता। एंटी रेबीज इंजेक्शन की भी किल्लत है।
एपी पाठक ने बताया कि उनकी बाबु धाम ट्रस्ट के मेडिकल विंग से नरकटियागंज के गरीब और जरूरतमंद जब स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग करते है तो उनकी बाबु धाम ट्रस्ट के कार्यकर्ता अपनी ट्रस्ट के गाड़ी से गरीब और जरूरतमंद को नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाते है परंतु जरूरी सेवाओं और सुविधाओं का नरकटियागंज अस्पताल में अभाव रहता है।
अस्पताल भवन में मरीजों के परिजनों के लिए भी छोटी छोटी सुविधाओं का अभाव है। अच्छी और स्वच्छ पेयजल प्रचुर मात्रा में नही मिल पाता। अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र होना अत्यंत जरूरी है ताकि मरीज और उनके परिजनों का आर्थिक शोषण नहीं हो सके। प्रसूति विभाग अधिकांश समय रात्रि में एएनएम और नर्सिंग स्टाफ के भरोसे रहता है जो चिंता का विषय है।
इस सिलसिले में बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों से बात किया तो उन्होंने व्यवस्था सुधार करने का आश्वासन दिया। आपको बताते चलें कि पुर्व एडीजी भारत सरकार तथा बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक पिछले डेढ़ दशकों से अधिक समय से चंपारण के स्वास्थ्य सुविधाओं पर लगातार काम करते आ रहे है। उन्होंने मिशन अंब्रेला के तहत टीकाकरण व्यापक स्तर पर करवाया।
विकलांगता प्रमाण पत्र जो पहले केवल जिला में बनता था उसको प्रखंडों और अनुमंडलों में भी बनने हेतु सचिव रहते हुए राज्यों को एडवाइजरी जारी करवाया। जिले के सभी अस्पतालों में विटामिन K1 के इंजेक्शन अपने ट्रस्ट के माध्यम से दिलवाया। Aiims और अन्य अस्पतालों में हजारों लोगों का इलाज करवाया। अपने ट्रस्ट के माध्यम से कैंप लगाकर लोगों का आंख और अन्य बीमारियों का इलाज करवाया।
जब हमारे संवाददाता ने उनसे बात किया तो उन्होंने कहा कि देश समृद्ध तभी होगा जब हमारे चंपारण में सारी जरूरी सुविधाएं मयस्सर होगी।