जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
15 फरवरी 2023
भागलपुर : आचार्य श्री विद्यासागर से दीक्षा प्राप्त मुनिश्री प्रशान्त सागर जी महाराज(62) का सोमवार की सुबह चार बजे देवलोकगमन हो गया। मुनिश्री प्रशान्त सागर महाराज रविवार को सम्मेद शिखर से पैदल यात्रा कर श्री चम्पापुर दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र पहुंचे थे। सिद्धक्षेत्र के मंत्री सुनील जैन ने बताया कि उनकी डोल यात्रा सुबह 10 बजे निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु चम्पापुर सिद्धक्षेत्र पहुंचे। णमोकार मंत्र का पाठ करते हुए श्रद्धालुओं ने नारियल अर्पण एवं समाधि पाठ किया।
इसके बाद उनका अंतिम संस्कार चम्पापुर सिद्धक्षेत्र में हुआ। मुनिश्री के देवलोकगमन के कारण भागलपुर व नाथनगर के सभी जैन प्रतिष्ठान बन्द रखे गए। प्रशान्त सागर जी महाराज के साथ आए मुनिराज निर्वेग सागर जी ने कहा जब इंसान पैदा होता है तो जगत जश्न मनाता है। इसलिए मरने से पहले ऐसा काम करना चाहिए, ताकि निधन पर दुनिया रोए। उन्होंने कहा मौत कभी अंत नहीं है बल्कि नए कदमों की शुरुआत है। संसार में जो आता है, वह जाता है। अपना जीवन उच्चतर लक्ष्यों के लिए जीना चाहिए। भगवान वासुपूज्य ने अहिंसा व अपरिग्रह का संदेश दिया है। आपको दुख देने वाला नहीं, बल्कि आपका दुख लेने वाला ही सच्चा मित्र है।
*मध्य प्रदेश के रहने वाले थे मुनिश्री*: सुनील जैन ने श्रीफल अर्पण कर मुनिश्री काे विनियांजलि दी। उन्होंने कहा कि सागर प्रशांत जी महाराज मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के रहने वाले थे। इस अवसर पर विजय जैन, पद्म जैन, अशोक पाटनी, भागचंद पाटनी, राजेश पाटनी, रूपेश जैन, संजय गंगवाल, सुमित बड़जात्या सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।