जनपथ न्यूज़ प रांची. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा है कि सदन के बाहर की दुनिया में भले ही उनकी पहचान झामुमो के एक सदस्य के रूप में बनी रहेगी, लेकिन सदन के भीतर उनके लिए न्याय की तराजू पर पक्ष-प्रतिपक्ष दोनों का पलड़ा बराबर रहेगा। विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद तकनीकी रूप से झामुमो से उनकी राजनीतिक संबद्धता समाप्त हो गई है। यह पद निष्पक्षता का पर्यायवाची है। संसदीय व्यवस्था के इस उच्च प्रतिमान के पालन का वचन उन्होंने सभी सदस्यों को दिया। मंगलवार को सर्वसम्मति से विस अध्यक्ष चुने जाने के बाद रवींद्र नाथ महतो सदन को संबोधित कर रहे थे।
विस अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए कुल छह प्रस्ताव आए थे। सभी प्रस्तावों में रवींद्र नाथ महतो का ही नाम था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्ताव का चंपई सोरेन ने समर्थन किया। बाद में पूरे सदन ने इसका समर्थन किया। इस प्रकार प्रोटेम स्पीकर प्रो. स्टीफन मरांडी ने रवींद्र नाथ महतो को सर्वसम्मति से विस अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने की घोषणा की और पांचवीं झारखंड विधानसभा के लिए झामुमो के नाला विधायक रवींद्र नाथ महतो को स्पीकर के रूप में चुन लिया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मंत्री सीपी सिंह नवनिर्वाचित विस अध्यक्ष को आसन तक ले गए। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने मेज थपथ पाकर उनका स्वागत किया। आसन संभालने के बाद स्पीकर ने सदन को संबोधित किया। उन्होंने कहा, इस सभा में वह अपने तीसरे कार्यकाल के लिए निर्वाचित होकर आए हैं। अपने पद से जुड़े दायित्वों के निर्वहन में उन्हें तमाम वरीय सदस्यों के मार्गदर्शन की अपेक्षा है।
खुशी है कि आज का झारखंड हेमंत सोरेन जैसे युवा नेतृत्व के हाथ में
विस अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज का झारखंड हेमंत सोरेन जैसे युवा नेतृत्व के हाथों में है। हेमंत सोरेन राज्य की जनता का अटूट विश्वास अर्जित करने में कामयाब हुए हैं। उनके नेतृत्व में इस राज्य का चतुर्दिक विकास होगा। अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस पद का दायित्व निर्वहन करने योग्य समझा गया। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि वह सभी की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने दिशोम गुरु शिबू सोरेन का आभार जताया। सदन में हेमंत सोेरेन, सीपी सिंह, आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, सुदेश महतो, विनोद सिंह, सत्यानंद भोक्ता, कमलेश सिंह, सरयू राय, राजेंद्र सिंह, बाबूलाल मरांडी और प्रो. स्टीफन मरांडी ने अपने संबोधन में अध्यक्ष को बधाई व शुभकामनाएं दीं।