जनपथ न्यूज डेस्क, पटना
Edited by: राकेश कुमार
19 जून 2022
पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने स्थानीय आकाशवाणी रोड में स्थित दिव्य दृष्टि आई सेंटर के तत्वावधान में आयोजित आई- कांफ्रेंस का उद्घाटन किया। इस मौके पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आंखें दिल और दिमाग की आईना होती हैं। नेत्र मानव शरीर के अत्यंत संवेदनशील एवं कोमल अंगों में से एक है, जिसकी देखभाल एवं समुचित चिकित्सा आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि दिव्यदृष्टि आई सेंटर के तत्वावधान में आयोजित इस बेहद महत्वपूर्ण नेत्र सम्मेलन में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए देशभर के सैकड़ों नेत्र चिकित्सक भाग ले रहे हैं। आज बदलते परिवेश में प्रदूषण और पर्यावरण से होने वाले नेत्र विकारों की समस्या बढ़ी है। मुझे उम्मीद है कि इन समस्याओं पर भी आई-कॉन्फ्रेंस में चिकित्सकगण जरूरी मंथन करेंगे और देश के विभिन्न शहरों से आए नेत्र चिकित्सक अपने अनुभवों को साझा करेंगे। इससे नेत्र चिकित्सकों के अनुभव और ज्ञान में इजाफा होगा तथा आगे चलकर इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब जरूरतमंद मरीजों को विश्व स्तरीय चिकित्सा की सुविधा मुहैया कराने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। बिहार में नेत्र चिकित्सा सुगम हुई है। मुझे खुशी है कि आज बिहार के मरीजों को नेत्र चिकित्सा को लेकर आमतौर पर बाहर नहीं जाना पड़ता। नए उपकरणों के आ जाने से अब हम यहां मरीजों को विश्व स्तरीय सुविधा देने में सक्षम हो पाये हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार चिकित्सा सहायता की योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंद मरीजों को सुविधा प्रदान करती है। सरकार ने नेत्र चिकित्सा के साथ-साथ अन्य चिकित्सकीय सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है। पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को विश्व स्तरीय हॉस्पिटल के रूप में विकसित किया जा रहा है। पटना एम्स और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में चिकित्सा की अच्छी व्यवस्था है।
उन्होंने आई-कॉन्फ्रेंस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में हमारे नेत्र चिकित्सक राज्य में क्लीनिकल उत्कृष्टता को लाने का प्रयास जारी रखेंगे। कार्यक्रम के दौरान दिव्य दृष्टि अस्पताल के संस्थापक डॉ० सुभाष प्रसाद, डॉक्टर विभूति प्रसाद सिन्हा, डॉ० शशि भूषण सहाय, दिल्ली से आए डॉ० राजेश सिन्हा, भुवनेश्वर से आए डॉ० अशोक नंदा, कोलकाता से आए डॉ० पार्थ विश्वास, डॉ० सुनील सिंह, डॉ० प्रणव रंजन, डॉ० सुजीत मिश्रा, डॉ० विशाल किशोर, डॉ० अभिषेक केडिया, डॉ० अजीत पोद्दार, डॉ० निलेश मोहन सहित बिहार एवं देश के अन्य हिस्सों से आए प्रख्यात् नेत्र चिकित्सकगण उपस्थित थे।