जनपथ न्यूज डेस्क
Edited by: राकेश कुमार
18 दिसंबर 2022
पटना: बिहार के शराबबंदी और जहरीली शराब से मौत पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर विपक्ष लगातार हमलावर है। पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में लगातार शराब की खरीद बिक्री जारी है। सरकारी आंकड़े के अनुसार बिहार में शराबबंदी के बावजूद भारी मात्रा में शराब की खेप बिहार पहुंचाई जा रही है। 6 साल पहले पूर्ण शराबबंदी की घोषणा होने के बाद से ही बिहार में लाखों लीटर विदेशी शराब और लाखों लीटर देसी शराब पकड़ी गई है। शराब पीने के आरोप में 6 लाख से ज्यादा लोगों को जेल में बंद किया जा चुका है। बिहार ने पूर्ण शराबबंदी के बावजूद 6 साल में जहरीली शराब पीने की वजह से बिहार में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। छपरा में जहरीली शराब पीने से हुए लोगों की मौत के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ चुका है। शराबबंदी को लेकर विपक्ष के लगातार निशाने पर रहने के बावजूद भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि बिहार में वह शराबबंदी खत्म नहीं करेंगे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सीएम नीतीश कुमार के बयान “जो पिएगा, वह मरेगा” पर कड़ा एतराज जताया है। तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि जब बिहार में शराबबंदी है तो नीतीश कुमार बताएं कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब कहां से और कैसे आ रही है?” बता दे कि बिहार में जारी शराबबंदी और फिर जहरीली शराब से होनेवाली लगातार मौत की वजह से अब नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है और लगातार शराबबंदी कानून को लेकर सरकार को घेरा जा रहा है।
महागठबंधन की सरकार बनने से पहले तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार की पुलिस के संरक्षण में शराब माफिया शराब की होम डिलीवरी कर रहे हैं। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी यह बोलकर चौका दिया था कि बिहार में शराबबंदी कानून फेल है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश की शराबबंदी कानून पर सवाल खड़े किये और कहा कि आज हर जगह शराब बिक रही है। इसमें अधिकारी और माफियाओं का गठजोड़ है। सरकार की मिलीभगत से शराब की सप्लाई जारी है और गरीबों को शराब के नाम पर जेल में बंद किया जा रहा है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने छपरा की घटना पर दुख जताया और शराबबंदी को एक विफल योजना बनाते हुए इसे 48 घंटे के भीतर रद्द करने की मांग की। उन्होंने भाजपा, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव तीनों पर निशाना साधा और सबको शराबबंदी की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया।
विपक्ष द्वारा किए जा रहे लगातार हमले के बावजूद सदन में बीजेपी के सदस्यों पर बरसते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अब तो और भी ज्यादा कड़ाई से शराबबंदी कानून को लागू करवाएंगे।